बूंडू. उलगुलान के महानायक बिरसा मुंडा के 150वीं जयंती और झारखंड स्थपना के 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर बूंडू में आदिवासी संघर्ष मोर्चा व भाकपा माले ने उलगुलान मार्च निकाला. मार्च के बाद बिरसा मुंडा की आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए आदिवासी संघर्ष मोर्चा के राष्ट्रीय पार्षद संतोष मुंडा ने कहा बिरसा उलगुलान के सपनों के झारखंड के लिए पेसा कानून, लघु खनिज-वन संपदा का प्रबंधन व भूमि अधिग्रहण ग्रामसभा के अधिकार में लागू किया जाना चाहिए. सुखदेव मुंडा ने कहा इस प्रतिष्ठित उपनिवेश-विरोधी नायक की विरासत उत्पीड़न और कॉर्पोरेट लूट के विरुद्ध संघर्ष की गाथा भारतीयों की पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी. माले जिला सचिव जगमोहन महतो ने कहा प्राकृतिक संसाधनों को अडानी के हवाले करने के लिए छत्तीसगढ़ में ऑपरेशन कगार के नाम पर आदिवासियों का कत्लेआम किया जा रहा है. लखिमनी मुंडा ने कहा जातीय विभाजन की आग में झोंक कर कॉरपोरेट लूट की संघी-भाजपाई मंसूबे को बिरसा के वारिस कभी पूरा होने नहीं देंगे. कार्यक्रम में मुख्य रूप से रामेश्वर मुंडा, दिलीप मांझी, ठाकुरा मुंडा, दामोदर प्रजापति, कालीपद मुंडा, पूर्णचंद्र मुंडा, रेशमी मुंडा, डोमन मुंडा, पार्वती मुंडा, भीष्म महतो, दुलाल मुंडा, पुष्कर मुंडा, मंटु मुंडा, सानिका मुंडा, राजू मुंडा, कार्तिक प्रमाणिक, बिरसा मुंडा, दशरथ लोहरा, लखिद्र मुंडा आदि मौजूद थे.
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