रांची : केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की ने कहा है कि कुछ संगठन केंद्रीय सरना समिति के नाम पर राजनीति कर स्व कार्तिक उरांव की सोच को धूमिल कर रहे है़ं स्व कार्तिक उरांव ने अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद के बायलॉज में सरना धर्म को बचाने व सरना समाज को एकजुट रखने की बात की थी़ उनकी (अजय तिर्की की) अध्यक्षता वाली केंद्रीय सरना समिति का निबंधन सोसाइटी एक्ट 1860 के तहत अविभाजित बिहार के समय कराया गया था़ झारखंड के बिहार से अलग होने पर निबंधन संख्या 564/ 2008 मिला, जो आज भी जारी है़ उनकी समिति 11 जिलों में सक्रिय है़
इसलिए किसी अन्य संगठन द्वारा केंद्रीय सरना समिति के नाम का दुरुपयोग करना कानूनी रूप से गलत है़ समिति 22 जनवरी को होनेवाले केंद्रीय सरना समिति के चुनाव का बहिष्कार करती है़ निबंधित समिति के अतिरिक्त किसी अन्य को इसे भंग करने का अधिकार नहीं है़

