डकरा : केसरवानी समाज के लोग मूल रूप से कश्मीर के निवासी हैं. कश्मीर में रह कर केसर की खेती करने के कारण उनके समाज का नाम केसरवानी दिया गया था. उक्त बातें एनके पिपरवार केसरवानी समाज के अध्यक्ष रघुवीर केसरी ने डकरा पंचायत भवन में समाज के युवाओं की बैठक में कही. उन्होंने कहा कि मो गजनवी ने कश्मीर पर आक्रमण कर जब वहां से समाज के लोगों को खदेड़ना शुरू किया, तब समाज के कुलगुरु गोत्रचार्य महर्षि कश्यप ने लोगों को शरण दिया और सभी की जान बचायी. मंगलवार को उनकी जयंती भी डकरा में मनायी गयी.
इसके पूर्व पिछले दिनों डकरा में आयोजित झारखंड केसरवानी समाज के सम्मेलन की समीक्षा की गयी. इस मौके पर रघुवीर केसरी, गौरी शंकर केसरी, सीताराम केसरी, रंजीत केसरी, रितेश केसरी, मनोहर केसरी, संजय केसरी, उमेश केसरी, राजा केसरी, जितेंद्र केसरी, अजय केसरी, संतोष केसरी, सूरज केसरी, आशीष केसरी, अरविंद केसरी, रोहित केसरी, संजीत केसरी व अन्य मौजूद थे.