खूंटी : डायरिया व निमोनिया से बचाव के लिए विभिन्न विभागों से समन्वय स्थापित कर कार्ययोजना बनाने के लिए सिविल सर्जन डॉ प्रभात कुमार की अध्यक्षता में बैठक हुई. यूनिसेफ की श्रीमती वरूणी ने कहा की डायरिया व निमोनिया का अभी भी दुष्प्रभाव देखने को मिल रहा है. इस पर अंकुश लगाने के लिए कार्ययोजना का होना अति आवश्यक है.
जिला आरसीएच पदाधिकारी अजीत खलखो एवं जिला कार्यक्रम प्रबंधक काननबाला तिर्की ने खूंटी जिले में डायरिया व न्यूमोनिया बीमारी की स्थिति पर प्रकाश डाला. बैठक में श्रीमती अन्नपूर्णा ने शिक्षा विभाग, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग आदि से समन्वय स्थापित करने पर जोर दिया.
इस दौरान डीपीसी प्रीति चौधरी ने इस कार्ययोजना में सहिया की भूमिका पर प्रकाश डाला. साथ ही जिले के कुपोषित बच्चों की विशेष देखभाल पर चर्चा की गयी. मौके पर सीएस डॉ प्रभात कुमार ने इस कार्ययोजना को यथाशीघ्र तैयार करने का निर्देश दिया. बैठक में सभी प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सीडीपीओ, प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक, प्रधान लिपिक सुनीता दास, डीडीएम श्वेता, संतोष कुमार अन्य शामिल थे.