डकरा : वित्तीय वर्ष 2018-19 में एनके एरिया ने 65 लाख 19 हजार टन कोयला निकाल कर न सिर्फ पूरे सीसीएल में तीसरा स्थान हासिल किया, बल्कि पिछले साल की अपेक्षा लगभग 200 करोड़ के घाटे को भी कम किया है. एक अप्रैल को सुबह आठ बजे पिछले वित्तीय वर्ष का पूरा आंकड़ा जब सामने आया, तब हर जगह खुशी का माहौल देखा गया. सुबह 10 बजे के बाद सभी कार्यस्थल पर प्रबंधन ने मिठाई बांटी.
एनके एरिया में सबसे अधिक रोहिणी परियोजना 33 लाख, पुरनाडीह 24 लाख 25 हजार 416, डकरा 4 लाख 40 हजार 784 टन, केडीएच 3 लाख 86 हजार 840 और चूरी 1950 टन कोयला निकाला है. वहीं डकरा 69 लाख 116 टन, केडीएच 11 लाख 53 हजार 968 टन, पुरनाडीह 27 लाख 77 हजार 190 टन और रोहिणी 73 लाख 7 हजार 659 टन ओबी भी निकाला है. यहीं नहीं एनके एरिया ने जितना कोयला उत्पादन किया है. लगभग उतना ही कोयला डिस्पैच भी किया है.
65 लाख टन कोयला पिछले साल डिस्पैच भी किया गया है. एनके एरिया ने मार्च के महीने में अभी तक का सबसे अधिक एक महीने में 1 लाख 91 हजार टन कोयला रोड से डिस्पैच कर एक नया रिकॉर्ड बनाया है. पिछले साल एरिया लगभग 250 करोड़ का घाटे में थी जिसे लगभग 200 करोड़ घाटे को पार्ट कर उस आंकड़ा को 54 करोड़ तक पहुंचा दिया गया है. यानि पिछले वर्ष एनके एरिया 54 करोड़ घाटे में रही है.