Jharkhand News: पर्यटन मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू द्वारा पहलगाम हमले पर किए गए व्यंग्य का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसे लेकर पक्ष-विपक्ष लगातार एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करते नजर आ रहे हैं. इसी कड़ी में स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने रांची विधायक और वरिष्ठ भाजपा नेता सीपी सिंह को लेकर अपने सोशल मीडिया हैंडल पर एक पोस्ट साझा किया है. इस पोस्ट में स्वास्थ्य मंत्री ने लिखा है कि सीपी सिंह एक वरिष्ठ राजनेता हैं, लेकिन उनकी बातों से स्पष्ट झलक रहा है कि उनकी उम्र कुछ सोचने और समझने की सीमा को पार करके अज्ञानता की ओर तेजी से बढ़ चुकी है.
पहलगाम हमले ने खोली केंद्र के झूठे वादों की पोल- इरफान अंसारी
उन्होंने लिखा है, जम्मू-कश्मीर एक केन्द्र शासित प्रदेश है और उसके कानून व्यवस्था से लेकर बॉर्डर तक की जिम्मेदारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की है. पुलवामा के बाद पहलगाम की घटना ने केन्द्र की भाजपा सरकार के झूठे और खोखले सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है. देश के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को नैतिकता के आधार पर देश वासियों से मांफी मांगते हुए इस्तीफा देना चाहिए. लेकिन वे ऐसा करेंगे नहीं क्योंकि ना तो उन्हें नैतिकता की समझ है और ना ही उन्हें जिम्मेदारियों का एहसास.
मशाल जूलूस निकालना झारखंड भाजपा की फूहड़ता की पहचान- स्वास्थ्य मंत्री
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि झारखंड भाजपा का मशाल जुलूस निकालना, फूहड़ता की पहचान है, आखिर झारखंड भाजपा के लोग विरोध किसका कर रहे केन्द्र की मोदी सरकार का. पूरा देश भाजपा और मोदी सरकार से पूछ रहा है, पहलगाम में 26 से अधिक लोगों ने अपनी जान गंवा दी इसका जिम्मेदार कौन है और बदला कब लेंगे. लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार के सीएम नीतीश कुमार के साथ बैठकर ठहाका लगा रहे थे. इससे स्पष्ट है कि उन्हें सिर्फ अपने चुनाव और सत्ता से मतलब है देश की जनता पर क्या विपदा आई इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता. यही भाजपा का असली चेहरा है.
सीपी सिंह ने किया था मंत्री सुदिव्य को लेकर पोस्ट
यह पोस्ट स्वास्थ्य मंत्री ने सीपी सिंह के सोशल मीडिया पोस्ट के जवाब में किया है. जिस पोस्ट में रांची विधायक ने मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू को लेकर लिखा है कि मंत्री सुदिव्य एक गंभीर राजनेता हैं, लेकिन दुर्भाग्य देखिए, मंत्री इरफान अंसारी जैसे सनकी और हिंदू विरोधी नेताओं के संगत में आकर वे भी अपना मानसिक संतुलन खो रहे हैं. पहले पहलगाम हमले पर हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू का इस्तीफा माँगने के बाद अब महबूबा मुफ्ती को जम्मू-कश्मीर का सीएम बता रहे हैं. इरफान जैसे फूहड़ नेता के संगति का असर अब उनके बयानों में साफ झलक रहा है. क्या अब इस रायते को समेटने के लिए फिर से एक और प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी.