नारायणपुर. प्रखंड के श्रीश्री 1008 संकटमोचन हनुमान मंदिर बड़बहाल, घाटी में रामचरितमानस नवाह पारायण कार्यक्रम रविवार को शुरू हुआ. इस अवसर पर मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित सत्यनारायण तिवारी ने कहा कि हरिनाम कलयुग में भगवत प्राप्ति का सबसे सरल माध्यम है. भगवान की कथा सौभाग्यशाली लोगों को मिलती है. उन्होंने कहा कि ईश्वर नाम कलयुग में भगवत प्राप्ति का सबसे सरल साधन है, जो कानों के माध्यम से व्यक्ति के मन में प्रवेश करती है. इससे भगवान की छवि मन में बैठ जाती है और भगवत दर्शन की लालसा पैदा करती है. इसी लालसा से ही रास्ता निकाला जाता है. उन्होंने गुरु की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि गोस्वामी तुलसीदास ने ईश्वर की प्राप्ति के लिए सतगुरु की आवश्यकता बतायी है. गुरु खोजे नहीं जाते, गुरु का दर्शन किया जाता है. उन्होंने राम नाम की महिमा बताते हुए कहा कि भगवान के सहस्त्रनाम हैं. उन्होंने मानस पारायण के महत्व पर प्रकाश डाला. कहा कि चैत्र नवरात्र में परायण में भाग लेकर मन को शांति दे सकते हैं. इस दौरान आसपास के भजन प्रेमियों ने एक से बढ़ कर एक भजन गाकर क्षेत्र में भक्ति का संचार कर दिया. मंदिर पहुंचे श्रद्धालु भजनों पर झूमते दिखे. इसके पूर्व दिवा बेला में क्षेत्र के पुरोहित पंडित भास्कर पाठक ने मंदिर में कलश की स्थापना यजमान भगलू रवानी के हाथों विधिवत पूजा अर्चना करवाकर करायी. अंत में आरती तथा प्रसाद का वितरण हुआ. मौके पर कौशलेश राय, मुकेश तिवारी, गुणाधर सेन, कुंदन तिवारी, धीरन रवानी, मनमोहन तिवारी, रंजीत तिवारी, अकलू रवानी, कृष्णकांत साह आदि उपस्थित थे.
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