मिहिजाम. भारतीय रेल की अग्रणी इलेक्ट्रिक रेल इंजन चिरेका की सहायक इकाई इएलएएयू डानकुनी ने वित्त वर्ष 2024-25 में 150 रेल इंजन का उत्पादन कर सफलता का नया मुकाम हासिल किया है. चिरेका महाप्रबंधक विजय कुमार ने सोमवार को चित्तरंजन रेल इंजन कारखाना के इलेक्ट्रिकल लोको असेंबली और सहायक इकाई (ईएलएएयू) डानकुनी से उत्पादित 150वें रेलइंजन (डब्ल्यूएजी 9 एचसी 42476) को झंडी दिखाकर रवाना किया. इसे देश सेवा के लिए समर्पित किया. मौके पर विभिन्न विभागों के प्रधान मुख्य विभागाध्यक्ष, वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे. इस अवसर पर विजय कुमार ने सभी को बधाई देते हुए कहा कि यह सफलता सभी के कार्य कुशलता के साथ कड़ी मेहनत और समर्पित प्रयासों का परिणाम है. आगे भी यह ऐतिहासिक सफलता का सफर जारी रहे इसके लिए एकजुटता के साथ हम सभी का प्रयास जारी रहना चाहिए. डानकुनी ईकाइ का यह अब तक का सर्वाधिक लोकोमोटिव उत्पादन उपलब्धि है, जो चिरेका के 75वें गौरवशाली स्थापना वर्ष के उत्सव और भारतीय रेल के विद्युत कर्षण के 100 वर्ष पूरे होने के उत्सव का एक हिस्सा है. उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष डानकुनी ने कुल 101 लोकोमोटिव का उत्पादन किया था. इस वर्ष 150 लोकोमोटिव का उत्पादन अब तक का ऐतिहासिक उच्चतम आंकड़ा है.
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