ग्रामीणों का आरोप. समय पर आ जाती एंबुलेंस तो युवक की नहीं होती मौत प्रतिनिधि, विद्यासागर. करमाटांड़ थाना क्षेत्र के करमाटांड़ बस्ती में अलाव तापने के दौरान युवक इबरार अंसारी उर्फ कल्लू मियां गंभीर रूप से झुलस गया था. इलाज के लिए करमाटांड़ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, लेकिन स्थिति गंभीर रहने के कारण उसे सदर अस्पताल जामताड़ा रेफर कर दिया. वहीं सदर अस्पताल में प्रारंभिक इलाज कर धनबाद पीएमसीएच भेजा गया. जहां कुछ देर डॉक्टर की निगरानी में रहने के बाद युवक की मौत हो गयी. ग्रामीणों का आरोप है कि जब घायल युवक को करमाटांड़ पीएचसी में भर्ती किया गया था. उस समय जामताड़ा सदर अस्पताल ले जाने के लिए 108 एंबुलेंस को फोन की गई, लेकिन डेढ़ घंटे तक एंबुलेंस नहीं आयी, तो फिर निजी वाहन से उसे सदर अस्पताल लाया गया. आरोप है कि अगर समय पर एंबुलेंस मिल जाती तो जले युवक की जान बच सकती थी. लोगों ने सरकार की लचर व्यवस्था पर सवाल खड़ा किये हैं. ग्रामीण गुलाम अंसारी ने कहा कि सरकार ने 108 एम्बुलेंस फ्री ले जाने आने के लिए सुविधाजनक बनाई है, लेकिन उसे घंटों तक फोन करने के बाद भी फोन तक भी रिसीव नहीं करता है. मरीज की घर पर मौत हो जाने के बाद तक भी एंबुलेंस नहीं पहुंचती है. ग्रामीण मोहम्मद उस्मान, रमजान अंसारी, कादिर अंसारी सहित अन्य ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि 108 चलाने वाले एंबुलेंस चालक को आज के समय में किसी प्रकार का प्रशासन का डर नहीं है. इसलिए वह समय पर नहीं पहुंचता है.
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