टेक्सटाइल, ज्वेलरी, जेम्स से जुड़े सेक्टर पर पड़ सकता है असर
भारत सरकार लगातार साहसिक और बदलाव के कदम उठा रही, इसका मिलेगा लाभ
Jamshedpur News :
टाटा स्टील के एमडी सह सीइओ टीवी नरेंद्रन ने कहा है कि अमेरिका के टैरिफ बढ़ने का असर सीधे तौर पर टाटा स्टील के भारतीय संयंत्रों पर नहीं पड़ेगा. स्टील का यहां से अमेरिका निर्यात नहीं होता है. लेकिन यूरोप से अमेरिका स्टील भेजा जाता है, वहां का कारोबार आंशिक तौर पर प्रभावित हो सकता है, लेकिन इसका असर दूसरे बिजनेस जैसे टेक्सटाइल, ज्वेलरी, जेम्स पर पड़ेगा. भारतीय अर्थव्यवस्था पर ज्यादा असर इसलिए नहीं पड़ेगा, क्योंकि भारत सरकार लगातार साहसिक और बदलाव के कदम उठा रही है, जिससे भारत और मजबूत होता जायेगा. भारत सरकार ने हाल ही में जीएसटी को लेकर काफी कुछ कदम उठाये हैं, जिससे बिजनेस और भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत हुई है. भारत में खुद की खपत स्टील की ज्यादा है. स्टील का बिजनेस भी बढ़ रहा है. डिमांड बढ़ रहा है. लेकिन टाटा स्टील को प्रतिस्पर्धी (कंपीटिटिव) बने रहना है. इसके लिए हम लोगों को काम करना है. डोमेस्टिक बाजार में ग्रोथ है और इसको बरकरार रखना होगा. खर्च को कम करना भी जरूरी है, क्योंकि भारत में टाटा स्टील लगातार अपनी क्षमता का विकास कर रही है.हाइड्रोजन का इस्तेमाल होगा शुरू
टाटा स्टील में लगातार हो रहे बदलावों के बारे में चर्चा करते हुए नरेंद्रन ने कहा कि कार्बन उत्सर्जन को कम करने की दिशा में कंपनी लगातार बदलाव कर रही है. हाइड्रोजन के जरिये ब्लास्ट फर्नेस का इस्तेमाल करने की कोशिश हो रही है. यह सतत प्रक्रिया है, जिसको जारी रखा जायेगा. टाटा स्टील के 118 साल पूरे होने पर नरेंद्रन ने कहा कि टाटा स्टील और टाटा समूह भारत के विकास में लगातार काम करती रही है. जमशेदपुर हो या कलिंगानगर या लुधियाना, हमलोग हर जगह समाज के साथ काम कर रहे हैं. टाटा स्टील नेशन बिल्डिंग का काम करती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

