– बिना अधिग्रहण किये रैयती जमीन पर बने कार शो रूम को तोड़ने का विरोध
– शो रूम समेत तीन संरचना को छोड़ा गया, शो रूम के मालिक ने धालभूम एसडीओ व एडीसी से लगायी हस्तक्षेप की गुहार
(फोटो 5 एनएच 1,2,3,4,5)
मुख्य संवाददाता, जमशेदपुर
एनएच 33 में प्रस्तावित फोर लेन एलिवेटेड कॉरिडोर को लेकर गुरुवार को देवघर पंचायत में हाइवे किनारे के चिह्नित 49 मकानों में से 46 पर बुलडोजर चला. तोड़ने की कार्रवाई की गयी. जमशेदपुर से घाटशिला जाने के क्रम में बांयी ओर से गुरुवार की सुबह साढ़े 10 बजे से लेकर सात घंटे तोड़-फोड़ की कार्रवाई में अधिकांश लोग प्रशासन का सहयोग किया, कई लोग अपने से घर का सामान, शेड, गेट आदि ले जा रहे थे. कहीं कोई विरोध नहीं हुआ. वहीं बिना अधिग्रहण किये रैयती जमीन पर बने एक कार शो रूम को तोड़ने का विरोध हुआ. शो रूम समेत तीन संरचना को छोड़ा गया. इसमें शो रूम के मालिक ने धालभूम एसडीओ व एडीसी से हस्तक्षेप की गुहार लगायी. यहां बता दें कि 10.021 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण देवघर पंचायत से लेकर आसनबनी चांडिल तक फोर लेन बनना है. इसमें फोर लेन रोड के लिए 45 मीटर जमीन की जरूरत है. हालांकि देवघर पंचायत के समीप जहां अतिक्रमण हटाया गया है, वहां एलिवेटेड कॉरिडोर (फ्लाइओवर में चढ़ने के लिए रोड बनना हैं) के लिए अभी 60 मीटर जमीन खाली कराया गया है. तोड़ने के लिए बतौर दंडाधिकारी मानगो नगर निगम के सहायक अभियंता विपिन, एनएचएआइ के कर्मी शिवेंदू श्यामल ,एजेंसी के प्रतिनिधि शामिल थे. इधर दूसरी ओर एलिवेटेड कॉरिडोर बना रही एजेंसी एचजी इंफ्रा की टीम गुरुवार सेही अतिक्रमण हटाने के बाद सर्विस लेन बनाने का काम शुरू कर दिया था. साथ ही वहां डेढ़ किलोमीटर हिस्से में यूटिलिटी शिफ्टिंग की गयी है. इस इलाके में नये स्थापित बिजली पोल पर तार खींचने का काम किया जाना है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

