Jamshedpur news.
नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) की मुंबई बेंच ने इन्सॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड, 2016 (आइबीसी) के तहत वडराज सीमेंट लिमिटेड (वीसीएल) के अधिग्रहण के लिए न्युवोको विस्टास कॉर्प लिमिटेड की समाधान योजना को मंजूरी दे दी है. इस योजना में 1,800 करोड़ रुपये का अग्रिम भुगतान शामिल है, जिसे विशेष आदेश के तहत स्वीकृत किया गया है. यह अधिग्रहण न्युवोको की सहायक कंपनी वान्या कॉरपोरेशन प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से पूरी की जायेगी. इसके बाद वान्या कॉरपोरेशन प्राइवेट लिमिटेड का वडराज सीमेंट लिमिटेड (वीसीएल) में विलय कर दिया जायेगा. इससे वडराज सीमेंट लिमिटेड (वीसीएल) न्युवोको की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी बन जायेगी. वोको के एमडी जयकुमार कृष्णास्वामी ने कहा कि इस अधिग्रहण के साथ न्युवोको की कुल सीमेंट उत्पादन क्षमता 31 एमएमटीपीए तक बढ़ जायेगी. इससे यह भारत की पांचवीं सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी बन जायेगी. अधिग्रहण कंपनी की लॉजिस्टिक दक्षता और प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ायेगा. इससे नये बाजारों तक विस्तार संभव होगा. 15 महीनों में चरणबद्ध निवेश की योजना बनायी गयी है. सात वर्षों से बंद पड़े वडराज सीमेंट लिमिटेड (वीसीएल) के प्लांट में सुधार और संपत्तियों के नवीनीकरण के लिए न्युवोको 1,000-1,200 करोड़ रुपये का निवेश करेगी. प्लांट संचालन को सुचारू रूप से शुरू करने के लिए 15-18 महीनों में चरणबद्ध निवेश की योजना है. वित्त वर्ष 2027 की तीसरी तिमाही तक उत्पादन प्लांट में शुरू होने की संभावना है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है