औरंगाबाद में ट्रेलर से टकरायी कार
16 फरवरी को कुंभ के लिए निकला था परिवार
मेडिकल दुकान चलाता था सुशांत, एक वर्ष पूर्व हुई थी शादी
Jamshedpur News :
मानगो हिल व्यू कॉलोनी निवासी सुशांत ओझा की बुधवार को औरंगाबाद जिला अंतर्गत एनएच-19 पर बारुण थाना अंतर्गत सिंदुरिया मोड़ पर सड़क हादसे में मौत हो गयी. जबकि उनके पिता रमेश ओझा और मां रानी ओझा घायल हो गयी. घटना बुधवार सुबह की है. मृतक सुशांत ओझा की एक वर्ष पूर्व ही 18 जनवरी 2024 को हिल व्लू कॉलोनी में शादी हुई थी. गत 16 फरवरी को सुशांत ओझा अपने माता-पिता और ससुराल पक्ष के साथ दो अलग-अलग कार से कुंभ स्नान करने गये थे. लौटने के क्रम में घटना घटी. हादसे के बाद पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिये भेज दिया. जबकि रमेश ओझा और उनकी पत्नी रानी ओझा को इलाज के लिये अस्पताल ले जाया गया. मृतक के ससुर श्यामाकांत पांडेय के अनुसार गत 16 फरवरी को दो कार से हमलोग कुंभ के लिये निकले थे. एक कार में सुशांत अपने माता-पिता के साथ थे, जबकि दूसरी कार में मेरे अलावा पत्नी और दो साथी थे. हमलोग कुंभ में स्नान करने के बाद लौट रहे थे. हमलोग की कार आगे थी, जबकि सुशांत की कार पीछे थी. इसी बीच एनएच पर अचानक एक ट्रेलर विपरीत दिशा से आने के क्रम में कट के पास मोड़ने लगी. जिसके कारण कार उससे टकरा गयी. इस घटना में सुशांत की मौत हो गयी. जबकि उसके माता-पिता जख्मी हो गये. एक साल पूर्व 18 जनवरी 2024 को बेटी की शादी सुशांत के साथ हुई थी. पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया. परिजन दो अलग-अलग एंबुलेंस से सभी को लेकर शहर लौट रहे हैं.ग्रामीण विभाग में विशेष पदाधिकारी के पद से सेवानिवृत हैं सुशांत के पिता
मानगो हिल व्यू कॉलोनी निवासी सुशांत ओझा के पिता रमेश ओझा रांची में ग्रामीण विभाग के विशेष पदाधिकारी के पद से सेवानिवृत हुये हैं. सुशांत दो भाई में छोटा है. श्यामाकांत पांडेय के अनुसार सुशांत ओझा ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद बी फार्मा की पढ़ाई की. उसके बाद उसने कुछ माह पूर्व मेडिकल दुकान खोली. वह एलएलबी की भी तैयारी कर रहा था. बड़ा भाई भी मुंबई में इंजीनियर है. हालांकि उसने शादी नहीं की है.पति की मौत से अनजान थी पत्नी
इधर, मानगो हिल व्यू कॉलोनी में सुशांत ओझा के घर में उनकी पत्नी अकेली थी. वह पति की मौत से अनजान थी. इसके अलावा कॉलोनी के लोग भी सुशांत की मौत से अनजान थे. कॉलोनीवासियों को यह सूचना थी कि हादसे में सभी घायल हुये हैं. सुशांत की मौत की जानकारी उनकी पत्नी को भी नहीं दी गयी थी. बुधवार की देर रात सुशांत का शव लेकर ससुर श्यामाकांत पांडेय टीएमएच पहुंचे. गुरुवार को शव का अंतिम संस्कार किया जायेगा.हादसे के 15 मिनट पहले साथ पी थी चाय
श्यामाकांत पांडेय ने बताया कि हादसे के 15 मिनट पहले ही हमलोगों ने औरंगाबाद में साथ चाय पी थी. चाय पीने के बाद हमने पत्नी को सुशांत की कार में बैठने को कहा, लेकिन उसने मना कर दिया. जिसके बाद पत्नी हमारे कार में बैठ गयी. रास्ते में हमारी कार आगे होने के कारण हादसा का पता नहीं चला. कुछ दूर जाने के बाद सुशांत को फोन किया तो उसका मोबाइल दूसरे व्यक्ति ने उठाया और हादसे की जानकारी दी. जिसके बाद हमलोगों को घटना की जानकारी हुई.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है