Jamshedpur News :
कोल्हान में लंबी दूरी की बसों के परमिट का मामला अटका हुआ है, जिससे बस मालिकों को टूरिस्ट परमिट के सहारे बसें चलानी पड़ रही हैं. यह परमिट केवल 28 दिनों के लिए वैध होता है, जिसे बार-बार नवीनीकरण कराना पड़ता है. अन्य राज्यों में टूरिस्ट परमिट मान्य तो है, लेकिन कई बार वहां की सरकारें जुर्माना लगा देती हैं, जिससे बस मालिकों की मुश्किलें बढ़ रही हैं. जमशेदपुर से बिहार, उत्तर प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल समेत स्थानीय स्तर पर चलने वाली बसों का रूट अब तक तय नहीं हुआ है. राज्य सरकार के आदेश के बावजूद क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण (आरटीए) की ओर से इस विषय पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. यहां तक कि पिछले एक साल में कोई बैठक भी नहीं हुई.टूरिस्ट परमिट पर हो रहा है परिचालन, सरकार तत्काल निर्णय लें : बस ऑनर्स
परमिट को लेकर किसी तरह की बैठक ही नहीं हो रही है. टूरिस्ट परमिट पर हम लोग बसों का परिचालन कर रहे हैं. 28 दिन का यह परमिट मिलता है. इसके बाद बार-बार रिन्युअल कराना होता है. यह नुकसान का भी सौदा है. कई राज्यों में दिक्कतें भी होती है. इसको लेकर परिवहन प्राधिकार को तत्काल फैसला लेना चाहिए.परिवहन प्राधिकार जल्द लेगा फैसला : सदस्य
परिवहन प्राधिकार समिति के सदस्य प्रमोद लाल ने बताया कि परिवहन प्राधिकार इस मसले पर जल्द ही फैसला लेगा. इसको लेकर हमारी ओर से तैयारी की गयी है. जल्द से जल्द हम लोग मीटिंग कर इस पर निर्णय लेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है