जमीन पर बैठकर ट्रेन का इंतजार कर रहे यात्री
Jamshedpur News :
आदित्यपुर रेलवे स्टेशन से हटिया-टाटा-हटिया ट्रेन को चलाने की शुरुआत कर दी गयी है, लेकिन स्टेशन पर यात्री सुविधाओं की भारी कमी है. बुनियादी सुविधाओं के अभाव में यात्री जमीन पर बैठकर ट्रेन का इंतजार करने को मजबूर हैं. स्टेशन पर न तो पर्याप्त बैठने की व्यवस्था है, न ही शौचालय और पीने के पानी की समुचित व्यवस्था है. स्टेशन परिसर में वेटिंग हॉल तो मौजूद है, लेकिन वहां पंखे काम नहीं कर रहे हैं. प्लेटफॉर्म पर शेड का अभाव है, जिससे गर्मी और बारिश में यात्रियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ती है. स्वचालित सीढ़ी (एस्केलेटर), लिफ्ट और अन्य निर्माण कार्य अधूरे हैं, जिससे यातायात सुविधा अभी पूरी तरह चालू नहीं हो सकी है.आने वाले दिनों में बढ़ेगी भीड़, लेकिन तैयारी अधूरी
रेल प्रशासन की योजना है कि आदित्यपुर से टाटा-छपरा, साउथ बिहार एक्सप्रेस, सुवर्णरेखा एक्सप्रेस, इतवारी एक्सप्रेस समेत करीब 13 एक्सप्रेस ट्रेनों का परिचालन किया जायेगा. साथ ही टाटानगर की कई लोकल ट्रेनों को भी आदित्यपुर से संचालित करने की योजना है. इससे रोजाना लगभग 15 हजार यात्री आदित्यपुर स्टेशन पर जुटेंगे, लेकिन वर्तमान में स्टेशन पर यात्रियों के लिए सुविधाओं का अभाव है, जिससे यात्रियों को परेशानी हो रही है.आवागमन की व्यवस्था भी लचर
स्टेशन तक पहुंचने वाली सड़कें संकरी और अतिक्रमण से भरी हैं. खासतौर पर आकाशवाणी चौक से स्टेशन तक की 32 नंबर सड़क अब तक चौड़ी नहीं की गयी है, जिससे यहां जाम आम बात हो गयी है. पार्किंग, प्री-पेड ऑटो-टैक्सी स्टैंड जैसी सुविधाएं भी नदारद हैं.दिव्यांग यात्रियों के लिए नहीं है कोई व्यवस्था
स्टेशन पर दिव्यांग यात्रियों के लिए कोई विशेष सुविधा उपलब्ध नहीं है. व्हीलचेयर के अलावा न तो अलग शौचालय है, न ही दृष्टिबाधित यात्रियों के लिए ब्रेल संकेत या मार्गदर्शक रेखाएं मौजूद हैं.जनता को लॉलीपॉप नहीं पकड़ाये रेलवे : जनकल्याण मोर्चा
जनकल्याण मोर्चा के अध्यक्ष अधिवक्ता ओमप्रकाश और कार्यकारी अध्यक्ष शारदा देवी ने कहा है कि करोड़ों रुपये खर्च करने के बावजूद आदित्यपुर स्टेशन पर बुनियादी व्यवस्था नहीं है. बिना पूरी तैयारी के ट्रेन सेवा शुरू कर आदित्यपुर के लोगों को ”लॉलीपॉप” थमाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अगर यहां से ट्रेन से रांची जाने में जितना समय लगता है, उससे दो घंटा पहले दोपहिया या चारपहिया वाहन से पहुंचा जा सकता है, तो इस ट्रेन सेवा का क्या फायदा. मोर्चा ने यह भी कहा कि जब स्टेशन का विस्तारीकरण कार्य 31 जनवरी 2025 को पूरा हो चुका है, तो फिर अब तक एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव क्यों सुनिश्चित नहीं किया गया है. उन्होंने चेतावनी दी कि 1 मई को मजदूर दिवस पर एक बैठक बुलाकर इस मुद्दे पर ठोस निर्णय लिया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

