बिना सूचना 500 रुपये काटे, बैंक प्रबंधन ने राशि लौटाने का दिया आश्वासन
Jamshedpur News :
एसबीआई गोलमुरी शाखा में योनो एप इंस्टॉलेशन के नाम पर जबरन बीमा कराने का मामला सामने आया है. बर्मामाइंस की महिला ब्यूटी मिश्रा मंगलवार को बचत खाता खुलवाने गयी थीं. खाता खुलने के बाद बैंककर्मी ने उन्हें योनो एप इंस्टॉल कराने के लिए महिला कर्मी के पास भेजा, जिसने बिना अनुमति 500 रुपये का एक्सीडेंटल बीमा कर खाते से राशि काट ली. जब ग्राहक ने आपत्ति जतायी तो बैंककर्मी ने कहा कि बीमा अनिवार्य है, नहीं तो जनधन खाता खुलवाएं. बैंककर्मी के अभद्र व्यवहार की शिकायत शाखा प्रबंधक से की गयी. प्रबंधक ने राशि लौटाने का आश्वासन दिया, लेकिन बुधवार तक रकम वापस नहीं हुई थी. बैंक अधिकारियों का कहना है कि खाताधारक को एप अनइंस्टॉल करने को कहा गया है, जिससे बीमा रद्द कर राशि लौटायी जा सकेगी. उन्होंने भविष्य में ऐसी घटना न दोहराने का आश्वासन दिया है.अलग-अलग बैंक खुद एटीएम के आधार पर करता है बीमा
बैंक में जिस ग्राहक के पास एटीएम होता है, उसका बैंक खुद ही एटीएम के अनुसार बीमा करता है. अलग-अलग एटीएम पर अलग-अलग राशि के बीमा का प्रावधान है. बैंक के एटीएम कार्ड पर, कार्ड के प्रकार के अनुसार, एक से पांच लाख तक का फ्री इंश्योरेंस कवरेज मिलता है, जिसमें दुर्घटना और असमय मृत्यु शामिल है.विभिन्न प्रकारों के कार्ड पर मिलने वाला इंश्योरेंस कवरेज
क्लासिक कार्ड: 1 लाख रुपयेप्लेटिनम कार्ड: 2 लाख रुपयेसामान्य मास्टर कार्ड : 50 हजार रुपयेप्लेटिनम मास्टर कार्ड : 5 लाख रुपये
वीजा कार्ड : 1.5 से 2 लाख रुपये तकरुपे कार्ड : 1.5 से 2 लाख रुपये तकक्लेम कैसे करें:
अगर एटीएम कार्डधारक की दुर्घटना में मृत्यु हो जाती है, तो कार्ड होल्डर के नॉमिनी को बैंक के उस ब्रांच में जाना होगा, जहां उस व्यक्ति का खाता है.नॉमिनी को मुआवजे के लिए एक एप्लीकेशन देनी होगी और बैंक में जरूरी दस्तावेज जमा करने होंगे.
अस्पताल में इलाज का प्रमाणपत्र, एफआईआर की कॉपी, मृत्यु प्रमाण पत्र और आश्रित का प्रमाण पत्र जैसे दस्तावेज जमा करने पड़ते हैं.अन्य महत्वपूर्ण बातें
यह इंश्योरेंस कवरेज फ्री में दिया जाता है और इसमें डेबिट कार्ड धारक से कोई प्रीमियम नहीं लिया जाता है.कुछ एटीएम कार्ड पर इंश्योरेंस पॉलिसी एक्टिवेट करने के लिए कार्ड होल्डर को एक निश्चित अवधि के भीतर उस डेबिट कार्ड के जरिये कुछ ट्रांजेक्शन करने होते हैं.
कुछ कार्ड धारकों को इंश्योरेंस कवरेज एक्टिवेट करने के लिए पिछले 90 दिनों के भीतर एक ट्रांजेक्शन करना होता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

