Jamshedpur News :
दुर्गा पूजा के दौरान काफी अधिक कचरा फैलता है. शहर की साफ-सफाई की जिम्मेदारी संभालने वाली कंपनी टाटा स्टील यूआइएसएल के आंकड़े के मुताबिक, दुर्गा पूजा के दौरान सामान्य दिनों की तुलना में 70 से 80 टन अतिरिक्त कचरा उत्पन्न होता है. विशेष रूप से बाजार क्षेत्रों और पंडालों के आसपास सबसे ज्यादा कचरा फैलता है. विसर्जन के दिन यह आंकड़ा बढ़कर 120 टन अतिरिक्त कचरा तक पहुंच जाता है. इसको लेकर भी अतिरिक्त इंतजाम किये गये हैं. इस वर्ष पूजा के दौरान 60 अतिरिक्त कचरा बकेट लगाये गये हैं, जिनकी क्षमता प्रति बकेट लगभग 1.0 से 1.5 टन है. घाटों से कचरा हटाने के लिए जेसीबी और हाइवा वाहनों की तैनाती की गयी है. बी शिफ्ट में भी सफाईकर्मियों की तैनाती की गयी है, ताकि पंडाल क्षेत्रों की सफाई नियमित रूप से हो सके. कई पूजा पंडालों ने इस बार आरआरआर (रिड्यूस, रियूज, रिसाइकिल) को थीम के रूप में अपनाया है. जेएनएसी के सहयोग से ज़ीरो वेस्ट पंडालों की योजना बनायी गयी है. इसके तहत सूखा और गीला कचरा अलग-अलग डस्टबिन में एकत्र करने की व्यवस्था है. सिंगल यूज़ प्लास्टिक के उपयोग से परहेज़ है. फूलों के कचरे को अलग से एकत्र करने के लिए विशेष वाहन तैनात किये गये हैं, जिन्हें कम्पोस्टिंग यूनिट तक पहुंचाया जायेगा. सूखा कचरा को मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी (एमआरएफ) भेजा जायेगा. लोगों से भी सफाई व्यवस्था बनाये रखने में सहयोग की अपील की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

