जमशेदपुर : जेआरडी टाटा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में प्रधानमंत्री के ग्रामोदय से भारत उदय अभियान कार्यक्रम में शामिल होने आये विभिन्न प्रांत के पंचायत प्रतिनिधियों व लोगों की तीन स्तरीय जांच से गुजरना पड़ा. कॉम्प्लेक्स के मेन गेट में जांच के बाद कुछ दूरी पर मेटल डिटेक्टर से जांच के बाद स्टेडियम के अंदर वाले गेट […]
जमशेदपुर : जेआरडी टाटा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में प्रधानमंत्री के ग्रामोदय से भारत उदय अभियान कार्यक्रम में शामिल होने आये विभिन्न प्रांत के पंचायत प्रतिनिधियों व लोगों की तीन स्तरीय जांच से गुजरना पड़ा. कॉम्प्लेक्स के मेन गेट में जांच के बाद कुछ दूरी पर मेटल डिटेक्टर से जांच के बाद स्टेडियम के अंदर वाले गेट में जांच की जा रही थी.
सभी प्वाइंट पर जांच का जायजा एसएसपी अनूप टी मैथ्यू स्वयं ले रहे थे. सुबह 11 बजे से ही प्रतिनिधियों व लोगों के अंदर जाने की प्रक्रिया शुरू हो गयी थी. जिला पुलिस ने विरोध को ध्यान में रखते हुए लोगों के काले रंग की मोजा, काली शर्ट, काली गंजी व बंडी खोलवा ली गयी. साथ ही पानी की बोतल समेत बैग अंदर ले जाने नहीं दिया गया. अंतिम चेकिंग द्वार पर मैदान के अंदर व गैलरी में जाने वालों को पानी का दो पाउच दिया जा रहा था.
मंच पर मुस्तैद रही एसपीजी, मैदान में चप्पे-चप्पे पर रही फोर्स. प्रधानमंत्री के भाषण के लिए तैयार किये गये मंच को एसपीजी के डीआइजी ने अपने कब्जे में रखा था. मंच पर ले जाने वाली हर वस्तु व विमोचन की किताबों तक की जांच एसपीजी ने की. मंच के आसपास भी एसपीजी ने मोरचा संभाला हुआ था. इसके अलावा मैदान के अंदर प्रतिनिधियों के बैठने वाली जगह पर कड़ी सुरक्षा थी. बिना पास के किसी भी डेलीगेट्स को उनके बैठने की जगह पर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही थी. साथ ही पंडाल के चारों तरफ जवान तैनात थे. वहीं दूसरी तरफ गैलरी में बैठे लोगों के बीच कई जगहों पर पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था.
मंत्रियों व सांसद की गाड़ियां रोकी. जेआरडी के मेन गेट पर सुरक्षा इतनी कड़ी थी कि वहां तैनात पुलिसकर्मी किसी भी मंत्री व सांसद तक के वाहनों को अंदर जाने की अनुमति नहीं दी. मजबूर होकर मंत्री व सांसद को पैदल अंदर जाना पड़ा. सुरक्षाकर्मियों ने केंद्रीय मंत्री पंकजा मुंडे तथा सांसद लक्ष्मण गिलुआ के वाहन को रोक दिया.
देखते-देखते जमा हो गयी पानी की बोतलें. जिला पुलिस द्वारा किसी को भी पानी की बोतल अंदर ले जाने की अनुमति नहीं दी. ऐसी स्थिति में देखते-देखते सैंकड़ों पानी की बोतल जमा हो गयी, जिसे बाद में मैदान की सफाई के लिए तैनात कर्मचारियों द्वारा हटवाया गया.