दर्ज मामले के मुताबिक ओम प्रकाश केसरी की पुत्री का महाराष्ट्र के सतारा स्थित इंस्टीच्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च में दाखिला के लिए उक्त सभी ने 22 लाख की मांग की. श्री केसरी राजी हो गये. जुलाई 2014 में उनके आवास पर आकर उक्त सभी ने तीन लाख रुपये लिया. सितंबर तक एटीएम से, नकद और खाता से 22 लाख रुपये भुगतान किया गया. राहुल के कहने पर दाखिला के लिए सितंबर में वे बेटी के साथ सतारा गये. वे होटल में ठहरे, लेकिन दाखिला नहीं हुआ. महाराष्ट्र में ट्यूशन फीस और अन्य कागजात बनाने के नाम पर भी रुपये लिये गये. यहां दाखिला नहीं होने पर उक्त सभी ने नवंबर 14 तक का समय मांगा. इसके बाद न दाखिला कराया गया, न पैसे वापस किये गये.
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एमबीबीएस में दाखिला के नाम पर 22 लाख ठगे
जमशेदपुर: कदमा के कोसी रोड स्थित जयप्रभा कॉम्प्लेक्स निवासी ओम प्रकाश केसरी से उनकी विकलांग पुत्री का एमबीबीएस में दाखिला के नाम पर 22 लाख रुपये की ठगी की गयी. ओम प्रकाश केसरी सरायकेला सदर अस्पताल में चिकित्सा पदाधिकारी हैं. कदमा थाना में ओम प्रकाश के बयान पर गोविंदपुर दयाल सिटी के राहुल सिंह, सूरज […]
जमशेदपुर: कदमा के कोसी रोड स्थित जयप्रभा कॉम्प्लेक्स निवासी ओम प्रकाश केसरी से उनकी विकलांग पुत्री का एमबीबीएस में दाखिला के नाम पर 22 लाख रुपये की ठगी की गयी. ओम प्रकाश केसरी सरायकेला सदर अस्पताल में चिकित्सा पदाधिकारी हैं. कदमा थाना में ओम प्रकाश के बयान पर गोविंदपुर दयाल सिटी के राहुल सिंह, सूरज सिंह उर्फ विक्की व उनके पिता अगस्त मुनी, गजेंद्र कुमार और शिवा नायकर के खिलाफ ठगी का मामला दर्ज किया गया है. पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है.
दर्ज मामले के मुताबिक ओम प्रकाश केसरी की पुत्री का महाराष्ट्र के सतारा स्थित इंस्टीच्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च में दाखिला के लिए उक्त सभी ने 22 लाख की मांग की. श्री केसरी राजी हो गये. जुलाई 2014 में उनके आवास पर आकर उक्त सभी ने तीन लाख रुपये लिया. सितंबर तक एटीएम से, नकद और खाता से 22 लाख रुपये भुगतान किया गया. राहुल के कहने पर दाखिला के लिए सितंबर में वे बेटी के साथ सतारा गये. वे होटल में ठहरे, लेकिन दाखिला नहीं हुआ. महाराष्ट्र में ट्यूशन फीस और अन्य कागजात बनाने के नाम पर भी रुपये लिये गये. यहां दाखिला नहीं होने पर उक्त सभी ने नवंबर 14 तक का समय मांगा. इसके बाद न दाखिला कराया गया, न पैसे वापस किये गये.
फ्लैट गिरवी रख दिये थे रुपये
ओम प्रकाश केशरी ने पुलिस को बताया है कि उन्होंने अपनी बच्ची की ख्वाईश पूरी करने के लिए लोन लिया था. उन्होंने डीएचएफएल में अपना फ्लैट गिरवी रखकर 18 लाख रुपये लोन लिया और जीपीएफ से 6.5 लाख रु लोन लिया.
गजेंद्र को मेडिकल कॉलेज का कर्मचारी बताया
पुलिस के मुताबिक महाराष्ट्र के सतारा में विक्की ने गजेंद्र से ओम प्रकाश की मुलाकात करायी. विक्की ने गजेंद्र को मेडिकल कॉलेज का स्टाफ बताया. वहां गजेंद्र ने रुपये लेने के बाद अक्तूबर के बाद से क्लास शुरू करने की बात कहते हुए वापस लौटा दिया था.
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