फ्लैटों की सुरक्षा भगवान भरोसे – मानगो में हुई भीषण डकैती ने खोली सुरक्षा व्यवस्था की पोल – ज्यादातर कॉम्प्लेक्स में सुरक्षा में लापरवाही बरती जा रही है – बगल में घटना होने पर पड़ोसी को नहीं लग पाती है भनक वरीय संवाददाता, जमशेदपुरशहर में जिस तेजी के साथ फ्लैटों का निर्माण हो रहा है, उतनी ही लापरवाही से सुरक्षा की अनदेखी की जा रही है. मंगलवार रात मानगो के चंद्रमोहन महतो कॉम्प्लेक्स स्थित तीन फ्लैटों में हुई भीषण डकैती ने शहर के फ्लैटों में सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है. हालात यह है कि शहर के ज्यादातर फ्लैटों में सुरक्षा की पूरी तरह अनदेखी की जा रही है. पूरे कॉम्प्लेक्स में एक सुरक्षा गार्ड की ड्यूटी रहती है, वो भी दो पालियों में तैनात रहते हैं. वहीं सीसीटीवी ज्यादातर फ्लैटों में नहीं हैं. ऐसे में फ्लैट में रहने वाले भगवान भरोसे ही हैं. बिल्डरों और हाउसिंग सोसाइटी की लापरवाही के कारण ऐसी स्थिति है. ज्यादातर फ्लैटों में बुजुर्ग व अनट्रेंड सुरक्षागार्ड शहर के ज्यादातर कॉम्प्लेक्स में 50 से 70 वर्ष के सुरक्षागार्ड तैनात किये गये हैं. ये विशेष परिस्थिति से निबटने में शायद ही सक्षम हों. जानकारी के अनुसार अधिक उम्र के सुरक्षागार्ड कम वेतन पर रखे जाते हैं. ऐसे में सोसाइटी थोड़े से पैसे बचाने के लिए फ्लैटों में रहने वाले परिवार की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रही है. कई कार्य कराये जाते हैं सुरक्षागार्ड से फ्लैटों में तैनात सुरक्षागार्ड को मल्टीपरपज के लिए रखा जाता है. उनसे पानी भराने, मोटर चालू करने सहित अन्य कई तरह के काम कराया जाता है. वहीं उन्हें सुरक्षा के नाम पर कोई संसाधन उपलब्द नहीं कराया जाता है. सीसीटीवी ज्यादातर फ्लैटों में नहीं शहर के ज्यादातर फ्लैटों में सीसीटीवी का इंतजाम नहीं है. इक्के-दुक्के फ्लैटों को छोड़ दिया जाये, तो सुरक्षा भगवान भरोसे ही है. इसका मुख्य कारण प्रशासन का लचीला रवैया व स्थानीय थाना की ओर से दबाव नहीं देना है. बड़ी सोसाइटी में दिक्कत नहीं, सिंगल स्ट्रक्चर में लचर व्यवस्थाफ्लैटों में दो तरह की स्थितियां हैं. बड़ी सोसाइटी (जहां एक से ज्यादा ब्लॉक हैं) में कमोवेश सुरक्षा के इंतजाम ठीक हैं. हालांकि वहां सुधार की काफी गुंजाइश है. वहीं सिंगल स्ट्रक्चर के फ्लैटों में काफी दिक्कत है. वहां पर सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं हैं.सामाजिक दूरियां और वन इंट्रेंस से भी परेशानीफ्लैटों में सामाजिक दूरियां खास तौर पर देखी जाती है. एक दूसरे के बगल वाले लोगों से किसी को कोई मतलब नहीं होता है. बगल के फ्लैट में कुछ भी हो जाये, तो बगल वाला शायद ही आवाज सुन पाये. इसकी वजह यह है कि फ्लैट में सिर्फ एक ही इंट्रेंस व निकासी का द्वार होते हैं. ऐसे में दिक्कत काफी होती है. फ्लैटों की सुरक्षा जरूरी : एसएसपीफ्लैटों की सुरक्षा की पुनर्समीक्षा जरूरी है. इसके लिए जिला पुलिस सभी इलाके के लोगों के साथ बातचीत कर रही है. निश्चित तौर पर कहीं न कहीं लापरवाही है. इसके लिए आवश्यक कदम उठाये जायेंगे. -अनूप टी मैथ्यू, एसएसपी, पूर्वी सिंहभूम \\\\B
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फ्लैटों की सुरक्षा भगवान भरोसे
फ्लैटों की सुरक्षा भगवान भरोसे – मानगो में हुई भीषण डकैती ने खोली सुरक्षा व्यवस्था की पोल – ज्यादातर कॉम्प्लेक्स में सुरक्षा में लापरवाही बरती जा रही है – बगल में घटना होने पर पड़ोसी को नहीं लग पाती है भनक वरीय संवाददाता, जमशेदपुरशहर में जिस तेजी के साथ फ्लैटों का निर्माण हो रहा है, […]
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