यूनियन अध्यक्ष ने बताया है कि मैनेजमेंट का कहना है कि स्टील इंडस्ट्री संकट में है, ऐसे में कॉस्ट कंट्रोल जरूरी है. श्री प्रसाद ने बताया कि हम सभी चाहते हैं कि उत्पादन को भी बोनस का आधार बनाया जाये, जबकि मैनेजमेंट मुनाफा के आधार पर पुराने फाॅर्मूला के तहत बोनस देने पर राजी है. मैनेजमेंट ने कहा है कि मुनाफा के आधार पर बोनस 134 करोड़ रुपये ही बनता है. उससे ज्यादा प्रबंधन नहीं दे सकता है.
इस पर यूनियन के सारे ऑफिस बियररों ने अपनी राय रखी. इस दौरान यह भी बताया गया कि वीपी एचआरएम सुरेश दत्त त्रिपाठी के साथ फिर मीटिंग होगी. इस मीटिंग के आधार पर ही बोनस की आगे की रणनीति तय की जायेगी. तय किया गया बातचीत तो की जायेगी, लेकिन मैनेजमेंट का रुख बदलता है या नहीं, या मैनेजमेंट किस दिशा में आगे बढ़ता है. उसके बाद ही अगली रणनीति तैयार की जायेगी.