Advertisement
जनता दरबार : सर्किट हाउस में सीएम ने साढ़े तीन घंटे तक सुनीं लोगों की समस्याएं
जमशेदपुर : जमशेदपुर के सर्किट हाउस में बुधवार को सीएम का जनता दरबार चल रहा था. इस दौरान भुइयांडीह निवासी प्रमीला देवी चित्कार मारकर रोते हुए मुख्यमंत्री के पास पहुंची और कहने लगीं, साहब! मेरे बेटे को बचा लीजिये. उसके इलाज के लिए दौड़ते-दौड़ते थक गयी हूं. महिला की समस्या सुनकर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने […]
जमशेदपुर : जमशेदपुर के सर्किट हाउस में बुधवार को सीएम का जनता दरबार चल रहा था. इस दौरान भुइयांडीह निवासी प्रमीला देवी चित्कार मारकर रोते हुए मुख्यमंत्री के पास पहुंची और कहने लगीं, साहब! मेरे बेटे को बचा लीजिये. उसके इलाज के लिए दौड़ते-दौड़ते थक गयी हूं.
महिला की समस्या सुनकर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने तुरंत प्रशासनिक पदाधिकारियों को उसकी समस्या के समाधान का निर्देश दिया. महिला ने बताया कि उसके चार माह का पुत्र की किडनी में संक्रमण हो गया है. उसका इलाज चल रहा है. वह आर्थिक परेशानी के कारण पुत्र के इलाज में असमर्थ है. वह अपने बच्चे जिंदगी बचाना चाहती है.मुख्यमंत्री ने तत्काल सिविल सजर्न को पहल करने का निर्देश दिया.
बुधवार को सर्किट हाउस में लगे सीएम के जनता दरबार में काफी भीड़ थी. मुख्यमंत्री ने सुबह 10 बजे से दोपहर डेढ़ बजे तक लोगों की समस्याएं सुनीं और उसके समाधान के लिए संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश दिये. जनता दरबार में कुल 163 शिकायत दर्ज की गयी. इस दौरान उनके साथ उनके ओएसडी आरके चौधरी मौजूद थे.
व्यवस्था देख प्रभावित हुए लोग : सर्किट हाउस में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने पहली बार जनता दरबार लगाया. वहां की व्यवस्था देख लोग प्रभावित हुए. एक तरफ से आने और दूसरी तरफ से जाने की व्यवस्था थी. बंद कमरे में लोगों की समस्याएं सुनी गयी. समस्याओं के निराकरण के लिए संबंधित अधिकारियों को तत्काल रिपोर्ट समर्पित करने को कहा गया. सर्किट हाउस में सुबह से लोगों आने लगे थे.
प्रशासनिक व पुलिस पदाधिकारी थे मौजूद
जनता दरबार में सभी प्रशासनिक पदाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे. सीएम के आदेश मिलते ही समस्याओं के निराकरण की प्रक्रिया शुरू की गयी. डीसी अमिताभ कौशल, एसएसपी अनूप टी मैथ्यू, सिटी एसपी समेत तमाम पदाधिकारी तैनात रहे.
टाटा मोटर्स के सेवानिवृत्त भी पहुंचे
टाटा मोटर्स के सेवानिवृत्त कर्मचारियों का दल भी मुख्यमंत्री से मिला. इन्होंने कहा कि उन्हें मेडिकल की सुविधा नहीं मिल रही है. प्रबंधन से इसे लेकर बातचीत करने और समस्या का निराकरण करने की मांग की. सेवानिवृत्त कर्मचारियों को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया गया. प्रतिनिधिमंडल में शिवपूजन सिंह, अरविंद विद्रोही, राजेंद्र सिंह, एस विश्वकर्मा समेत अन्य मौजूद थे.
जेल में बंद मिहिर गोप के लिए मिले लोग
भूमि अधिग्रहण बिल लागू करने की मांग पर आमरण अनशन कर रहे मिहिर कुमार गोप के प्रतिनिधियों ने भी मुख्यमंत्री से मुलाकात की. उन्होंने मिहिर कुमार गोप का अनशन जबरदस्ती तोड़वाने का आरोप जेल प्रबंधन पर लगाया. ज्ञात हो कि मिहिर ने सीएम आवास पर फिनायल पीकर आत्महत्या का प्रयास किया था.
जूनियर डॉक्टर व सफाई कर्मियों को हड़ताल खत्म करने का आदेश
जनता दरबार के दौरान एमजीएम अस्पताल के जूनियर डॉक्टर और सफाई कर्मचारियों को हड़ताल समाप्त करने का निर्देश दिया गया. मुख्यमंत्री ने कहा कि सबका स्थायीकरण होगा. उनकी नौकरी की गारंटी रहेगी. समस्याओं को दूर करने का आश्वासन दिया. इसके बाद सभी ने हड़ताल तोड़ने की घोषणा की.
एमजीएम अस्पताल के अस्थायी सफाई कर्मचारी मुख्यमंत्री से मिले
एमजीएम अस्पताल अस्थायी सफाई कर्मचारी संघ का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को सर्किट हाउस में मुख्यमंत्री रघुवर दास से मिल कर स्थायी करने की मांग की. कर्मचारियों ने उन्हें बताया कि वे 14 साल से अस्पताल की सफाई में लगे हैं, लेकिन आज तक स्थायी नहीं किया गया.
इसके लिए कई बार स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों से मुलाकात कर ज्ञापन दिया. इस पर मुख्यमंत्री ने उन्हें हड़ताल नहीं करने का निर्देश देते हुए इस पर विचार करने का आश्वासन दिया. प्रतिनिधिमंडल में रवि नामता, जयंत चौबे, उषा देव, गिरिश करूवा, सुखमती बिरूली, आशिष नामता शामिल थे.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement