बताया जाता है कि लगातार बारिश होने से ओड़िशा (वाकवेल), चांडिल डैम, खरकई नदी और सुवर्णरेखा नदी में जलस्तर बढ़ने से तटीय क्षेत्रों में हर साल बाढ़ का पानी प्रवेश कर जाता है.
ओड़िशा में मूसलाधार बारिश के बाद डैम का फाटक खुलते ही बागबेड़ा, कदमा शास्त्रीगनर के तटीय इलाकों में पानी प्रवेश कर जाता है. इसके बावजूद इस वर्ष इन क्षेत्रों के नालों की सफाई बेहतर ढंग से नहीं होने से बाढ़ में परेशानी होना तय है. प्रभात खबर टीम ने शहर की विभिन्न बस्तियों का भ्रमण कर स्थिति का जायजा लिया.