जमशेदपुर/आदित्यपुर: आयडा के खिलाफ सड़कों पर उद्यमी व व्यवसायी उतरने को मजबूर हैं. शनिवार को आयडा की कार्य प्रणाली समेत कई अन्य विषयों को लेकर महत्वपूर्ण बैठक हुई. जिसमें मुख्य रूप से आयडा की कारगुजारियों को लेकर आक्रोश व्यक्त किया गया साथ ही जरूरत पड़ने पर मुख्यमंत्री रघुवर दास से भी शिकायत करने की बात कही गयी. उद्यमियों ने बताया कि आयडा की ओर से यह तय किया गया है कि जो भी जमीन लीज पर दी जायेगी, उसका टेंडर होगा. जो सबसे ज्यादा कीमत लगायेगा, उसको वह जमीन दी जायेगी.
इस पर उद्यमियों को कड़ी आपत्ति है. उनका कहना है कि गुणवत्तापूर्ण काम करने वाले को पहले जमीन दी जाती थी, लेकिन अब क्वालिटी की बात नहीं बल्कि जो ज्यादा पैसा देगा, उसको यहां जमीन दे दी जायेगी. यह प्रक्रिया गलत है क्योंकि जमीन लीज पर दी जा रही न कि मालिकाना हक दिया जा रहा है, इस कारण यह प्रक्रिया सरासर गलत है. यहीं नहीं औद्योगिक विकास को लेकर आयडा की ओर से कोई भी कदम नहीं उठाया जा रहा है जबकि अयाडा में औद्योगिक इकाइयों को बंद कराने की साजिश रची जा रही है. उद्यमियों ने यहां भ्रष्टाचार का आरोप भी आयडा के अधिकारियों व कर्मचारियों पर लगाया. बैठक में सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष सुरेश सोंथालिया, भरत वसानी, विजय आनंद मुनका, श्रवण काबरा, सुधीर सिंह, दीपक पुरेंद्रे समेत अन्य जबकि एसिया अध्यक्ष एसएन ठाकुर, सिया अध्यक्ष प्रमोद सिंह, इंदर अग्रवाल, सुधीर सिंह, पवन गुटगुटिया समेत कई अन्य लोग मौजूद थे.
एयरपोर्ट को लेकर फिर से तेज होगी मुहिम
बैठक में एयरपोर्ट निर्माण में हो रहे विलंब पर चिंता जतायी गयी. उद्यमियों ने कहा कि वे लोग हर हाल में यहां एयरपोर्ट का निर्माण कराने का काम करेंगे. इसके लिए आवश्यक कदम उठाया जायेगा और भारत सरकार के साथ झारखंड सरकार के साथ बातचीत कर मामले का हल निकाला जायेगा.