पांच मानकों पर करायी जायेगी जांच, मानक पर खरा उतरने पर होगी घोषणा
Jamshedpur News :
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने वर्ष 2030 तक टीबी समाप्त करने का लक्ष्य तय किया है, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे 2025 तक खत्म करने की घोषणा की है. इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग लगातार जागरुकता कार्यक्रम चला रहा है और जांच अभियान तेज किये गये हैं. जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. ओम प्रकाश केसरी ने बताया कि पहली बार जिले के 12 पंचायतों को टीबी मुक्त घोषित करने की तैयारी है. इसके लिए पांच मानकों पर जांच करायी जायेगी. मानकों पर खरा उतरने के बाद ही पंचायतों को टीबी मुक्त घोषित किया जायेगा.चिह्नित पंचायतों में बहरागोड़ा प्रखंड के मउदा, चाकुलिया के बिरदोह, मुसाबनी के दक्षिण इचरा, दक्षिण बेदिया, पश्चिम बेदिया, डुमरिया के बड़ाकांजिया, खड़िदा, बांकीसोल, घाटशिला के धरमबहाल, जुगसलाई के बेको और पटमदा के कमलपुर व पोखरिया पंचायत शामिल है. जिसको टीबी मुक्त घोषित करने के लिए उच्चस्तरीय जांच रिपोर्ट के आधार पर अंतिम निर्णय लिया जायेगा.
डॉ. केसरी ने बताया कि जिले में वर्ष 2024 में 6,351 नये टीबी मरीज मिले हैं, जिनका इलाज जारी है.टीआरएफ ने 20 टीबी मरीजों को लिया गोदप्रधानमंत्री क्षय रोग मुक्त भारत अभियान के तहत शुक्रवार को टीआरएफ ने 20 टीबी मरीजों को गोद लिया. साकची टीबी अस्पताल में आयोजित कार्यक्रम में मरीजों के बीच पौष्टिक आहार का वितरण किया गया.
टीआरएफ ने हर माह मरीजों को पोषक आहार उपलब्ध कराने की पहल की है, ताकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़े और वे जल्द स्वस्थ हो सकें.इस अवसर पर जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. ओम प्रकाश केसरी ने कहा कि टीबी मुक्त जिला बनाने में जन सहयोग जरूरी है. कोई भी व्यक्ति मरीजों को गोद लेकर दवा, भोजन, यात्रा खर्च और 500 रुपये की सहायता दे सकता है. कार्यक्रम में टीआरएफ के प्रमुख (कॉर्पोरेट सेवाएं और संचार) कौशिक दत्ता सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे.
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