हंगामा की सूचना मिलते ही जुगसलाई थाना के साथ क्यूआरटी का दस्ता एमजीएम अस्पताल पहुंचा और लोगों को शांत कराने का प्रयास किया, लेकिन आक्रोशित युवक किसी की बात सुनने को तैयार नहीं थे. काफी देर बाद डीएसपी सिटी अनुदीप सिंह एमजीएम पहुंचे और परिजन व युवकों से बात की. उन्होंने बताया कि पुलिस अपना काम कर रही है, लेकिन बार-बार हंगामा करने से पुलिस के काम में बाधा आ रही है.
अगर आपका यही रवैया रहा तो हमलोग ठीक से काम नहीं कर पायेंगे. जिन लोगों का नाम एफआइआर में दर्ज कराया गया, फरार है. पुलिस उन्हें पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है. उन्हें जल्द गिरफ्तार कर लिया जायेगा. डीएसपी के काफी देर तक समझाने और अाश्वासन देने पर आक्रोशित लोग माने और निरंजन का शव लेकर एमजीएम अस्पताल से पोस्टमार्टम हाउस रवाना हो गये. दरअसल, बुधवार सुबह साकची पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए एमजीएम अस्पताल से लेकर जा रही थी कि निरंजन के दोस्त अचानक आ धमके और एमजीएम अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया. शव ले जा रही गाड़ी को लोगों ने गेट के पास रोक लिया और हंगामा करने लगे.