जमशेदपुर: सुखी परिवार का निर्माण व गर्भधारण पर नियंत्रण कैसे कर सकते हैं, इसकी जानकारी जन-जन तक पहुंचाने का काम सरकार कर रही है. इसके लिए सरकार की ओर से परिवार नियोजन पखवाड़ा कार्यक्रम चलाया जा रहा है. उक्त बातें मंगलवार को खासमहल स्थित सदर अस्पताल में आयोजित परिवार नियोजन पखवाड़ा कार्यक्रम का उदघाटन करने पहुंचे उपायुक्त अमित कुमार ने कहीं. उन्होंने कहा कि भारत एक विकासशील देश है और तेजी से बढ़ रही जनसंख्या इसके विकसित होने में बाधक बन सकती है.
साथ ही उपायुक्त ने कहा कि विभाग में कोई भी बदलाव होता है, तो वह कुछ दिनों के लिए नहीं बल्कि स्थायी होना चाहिए, जिससे लोगों को इसका लाभ मिल सके. इसके पहले मंगलवार को सदर अस्पताल में जन औषधि केंद्र, परिवार नियोजन पखवाड़ा व डीइआइसी यूनिट का सांसद अमित कुमार, विधायक मेनका सरदार, डीसी अमित कुमार, परिषद सहित अन्य अतिथियों ने संयुक्त रूप से उदघाटन किया. वहीं सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा कि जिस तरह से देश की जनसंख्या बढ़ रही है.
इससे कुछ दिनों में भारत विश्व में की सबसे ज्यादा जनसंख्या हो जायेगी. उन्हाेंने कहा कि छोटा परिवार इसलिए सुखी रहता है, क्योंकि वह अपने आमदनी के अनुसार काम करता है. सांसद ने कहा कि तेजी से बढ़ रही जनसंख्या को रोकने के लिए आज प्रचार-प्रसार करने की जरूरत है. सांसद ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा कई कार्य किये जा रहे हैं. इसका जन औषधि केंद्र भी एक पार्ट है. इसके साथ ही सांसद ने विभाग को चार एंबुलेंस देने की घोषणा की. साथ ही उन्होंने बताया कि सहिया के मानदेह को भी बढ़ाने के लिए काम किया जा रहा है. इस मौके पर विधायक मेनका सरदार, जिला परिषद अध्यक्ष बुलूरानी सिंह, उपाध्यक्ष राजकुमार सिंह ने भी अपने विचार रखें. इस अवसर पर डॉ वीणा सिंह, डॉ बी साहा, डॉ बी एन उषा, डॉ साहिर पाल, डॉ एके लाल सहित अस्पताल व सिविल सर्जन के कई डॉक्टर, कर्मचारी पदाधिकारी सहित सहिया भी मौजूद थीं.
जन औषधि केंद्र में 48 प्रकार की दवा उपलब्ध : जन औषधि केंद्र में इस समय 48 प्रकार की दवा दी जा रही है. सिविल सर्जन ने बताया कि केंद्र में धीरे-धीरे दवाओं की संख्या बढ़ाया जायेगा. ताकि अस्पताल में इलाज कराने आने वाले मरीजों को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हो.
डीइआइसी से क्या होगा लाभ : सदर अस्पताल के बगल में डीइआइसी (जिला तत्काल रोकथाम केंद्र) सेंटर का उदघाटन अतिथियों द्वारा किया गया. इसको लेकर सिविल सर्जन ने बताया कि इस सेंटर में स्वास्थ्य विभाग ने राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत व राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत जिले के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले 5 से 18 वर्षीय छात्रों में डिफेक्ट, डिजीज, डिफिसिएंसी व डिसएबिलीटी की जांच कर उनका इलाज किया जायेगा.
एक इंजेक्शन से तीन माह तक गर्भधारण से सुरक्षित रह सकती हैं महिलाएं
सिविल सर्जन डॉ एसके झा ने कहा कि आज के समय में गर्भ रोकने के लिए सरकार द्वारा कई योजना चलायी जा रही है. इसको लेकर लाेगों के बीच प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है. सिविल सर्जन बताया कि दवा के साथ एक इंजेक्शन आया है, जिसको लगाने से कोई भी महिला तीन माह तक गर्भवती नहीं होगी. साथ ही सिविल सर्जन ने कहा कि परिवार नियोजन के संसाधन को लेकर लोगों के बीच अभी भी भ्रम की स्थिति बनी हुई है. जिसको दूर करने की जरूरत है. वहीं सिविल सर्जन ने कहा कि 11 से 24 जुलाई तक चलने वाले इस पखवाड़ा के दौरान लोगों को परिवार नियोजन संबंधित जानकारी दी जायेगी. साथ ही नसबंदी व बंध्याकरण भी किया जायेगा.