इचाक. थाना क्षेत्र के अलौंजा खुर्द गांव में घर की नींव की खुदाई के दौरान मंगलवार को पूर्वजों द्वारा जमीन में गाड़कर रखे गये चांदी के सिक्के मिले. खुदाई का कार्य अलौंजा खुर्द गांव निवासी मुटर महतो के पुराने ध्वस्त मकान को तोड़कर उसी जगह नया मकान बनाने के लिए किया जा रहा था. शुरू में नींव की खुदाई का कार्य मजदूर कर रहे थे. जमीन की खुदाई कर रहे मजदूरों ने मिट्टी ऊपर फेंकी, जिसमें एक-दो रुपये का चांदी का सिक्का दिखाई दिया. काम कर रहे मजदूरों ने इसकी जानकारी मकान मालिक मुटर महतो को दी. मकान मालिक ने सिक्के को अपने पास रखकर मजदूरों को खुदाई करने से मना कर दिया. गांव में सिक्का मिलने की चर्चा जोरों पर है. मुटर महतो का दूसरा हिस्सेदार फिर से जेसीबी मशीन से खुदाई का कार्य शुरू कर दिया है. सिक्का करीब 119 वर्ष पुराना है. सिक्के पर वर्ष 1906 लिखा हुआ है, जिसका वजन 12 ग्राम बताया जा रहा है. जैसे-जैसे खुदाई का काम आगे बढ़ता गया, सिक्के निकलना शुरू हो गये. ग्रामीणों की मानें तो इस खुदाई में लगभग 8 से 10 किलोग्राम चांदी के पुराने सिक्के मिलने की चर्चा है. गांव वालों का कहना है कि पूर्वजों द्वारा सिक्कों को गगरा में रखकर चोरी होने के डर से जमीन में गाड़कर रखा जाता था. अभी खुदाई करने पर सिक्के निकल रहे हैं. सिक्का मिलने की सूचना पर ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित हो गयी. सिक्का पाने को लेकर लोगों के बीच आपाधापी का माहौल था. मामले की जानकारी देर शाम तक प्रशासन को नहीं दी गयी थी. 13 मई को रात हो जाने के कारण खुदाई का काम रोक दिया गया. ग्रामीणों ने बताया कि चांदी का सिक्का मोटा और चौड़ा है, जिसका वजन 12 ग्राम से अधिक है. मामले की आधिकारिक पुष्टि अभी तक किसी ने नहीं की है, जिसके चलते पुलिस प्रशासन खुदाई स्थल पर नहीं पहुंच पाया है.
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