फरियाद लेकर आशा पहुंची थाना, कहा सर मुझे बचा लीजिये 17हैज80 अस्पताल में इलाजरत आशा देवी चौपारण. अमझर निवासी आशा देवी (पति स्व सुखी रजक) के साथ मारपीट करने का मामला प्रकाश में आया है. उसके साथ मारपीट करने वाला कोई और नहीं बल्कि उसका बेटा विकास रजक और उसकी पत्नी सीमा कुमारी है. दोनों पति-पत्नी ने आशा के साथ बंद घर में इतनी मारपीट की कि वह घायल हो गयी. इसी बीच पड़ोस के लोग कुछ अपनी निजी काम के लिए प्रकाश के यहां पहुंचे. यह दृश्य देकर वे लोग भी कुछ देर अवाक रह गये. उसके बेटा बहू को डांट फटकार कर आशा को घर से बाहर निकाला. उसके बाद आशा किसी के सहारे थाना पहुंची. बेटा बहू के विरुद्ध देकर पुलिस से कहा सर मेरी जान खतरे में है. मुझे बचा लीजिये. पुलिस ने तत्काल इलाज के लिए आशा को सीएचसी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया. उक्त बातें आशा द्वारा पुलिस को दिया गया आवेदन में कहा गया है. क्या है मामला : आवेदन में कहा गया है. आशा के नाम पर चार डिसमिल जमीन है. जो केवला द्वारा खरीदा गया है. उसी जमीन पर आशा ने स्वयं मकान बना रखी है. जिसमें आशा अकेली रहती है. आशा के विकास के अलावा दो और सौतेले बेटे हैं. विकास हमेशा जमीन एवं मकान अपने नाम से रजिस्ट्री करने के लिए दबाव बना रहा था. नहीं करने पर उसके साथ बेटा और बहू मारपीट कर घायल कर दिया. आशा ने मकान बनाने के समय बेटों के सहमति से उसने 15 लाख कर्ज लिया है. ऊपर से घर जमीन रजिस्ट्री कराने के लिए दबाव बना रहे है. मामले को समाधान के लिए 16 जून को पंचायत बैठी थी. जिसमें आसपास के गणमान्य लोग जुटे थे, पर बात नहीं बन सकी. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
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