बरही. केंद्रीय कृषि मंत्रालय की अगुवाई में 29 मई से 12 जून तक विकसित कृषि संकल्प अभियान चलाया जायेगा. इस अभियान के तहत विकेंद्रित कृषक शिविर लगाकर किसानों के साथ सीधा संवाद किया जायेगा और उन्हें कम उत्पादन लागत में अधिक कृषि उत्पादन के लिए प्रेरित किया जायेगा. इसे लेकर स्थानीय स्तर पर भी तैयारी की गयी है.
आइएआरए सभी प्रखंडों में लगायेगा संवाद शिविर
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के गोरियाकरमा स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के ओएसडी डॉ विशाल नाथ पांडेय और वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक पंकज कुमार सिन्हा ने बताया कि हजारीबाग जिले के सभी प्रखंडों के महत्वपूर्ण स्थलों पर कृषक संवाद शिविर लगाकर किसानों को जागृत किया जायेगा. इसके लिए कृषि वैज्ञानिकों की बारह टीम बनायी गयी है. कृषि वैज्ञानिक शिविर में जाकर किसानों को वैज्ञानिक कृषि की जानकारी देंगे. शिविर में कम से कम 200 किसानों की भागीदारी सुनिश्चित की जायेगी, जिनमें पचास प्रतिशत महिला किसान होंगी.
बरही अनुमंडल में शिविर की तिथि व स्थल
29 मई को बरही प्रखंड के कोल्हुआ कला चौक विजईया चौक, मालकोको व पदमा में, 30 मई को करियातपुर, पंच माधव, बेंदगी, पदमा प्रखंड के सरैया, बंदर बेला, दोनाई खुर्द में, 31 मई को बरही के रसोइया धमना, करसो, केंदुआ, खोड़ाहर, पदमा के नावाडीह व सरैया में, दस जून को चलकुशा प्रखंड के चलकुशा, अलगडीहा, मस्केडीह, बरकट्टा बाजार, सलैया चौक, पंचफेड़ी चौक, चौपारण बसरिया, रामपुर में, 11 जून को चलकुशा के चौबे, खरगू, बेडमक्का, बरकठा के गैड़ा चौक, तुर्कबाद चौक, कफ्का बाजार, चौपारण के डुमरी, बछई, सेल्हारा कला, पाण्डेय बारा में, 12 जून को चलकुसा के पलमा, केंदुआ, बरकट्ठा के तुईयों, बंडासिंघा, सिलाडीह, चौपारण के दादपुर, झापा व दैहर में शिविर लगेगा.
जिले के अन्य प्रखंडों में शिविर
आइएआरए एक जून से तीन जून तक डाड़ी, चुरचू, कटकमसांडी के विभिन्न स्थलों पर संवाद शिविर लगायेगा. चार जून को दारू प्रखंड व विष्णुगढ़ प्रखंड में, पांच जून को दारू, टाटीझरिया, विष्णुगढ़ व इचाक प्रखंड में, छह जून को टाटीझरिया, विष्णुगढ़ व इचाक प्रखंड में और सात जून से नौ जून तक कटकमदाग, बड़कागांव व करेडारी के विभिन्न चिह्नित स्थलों पर यह शिविर लगाया जायेगा.
दो हजार क्विंटल खरीफ बीज उत्पादन करेंगे : उप निदेशक
बिरसा कृषि विश्वविद्यालय कांके रांची के गोरियाकरमा स्थित कृषि अनुसंधान व बीज उत्पादन केंद्र के उपनिदेशक श्रीनिवास गिरि ने बताया कि उनके प्रक्षेत्र में कृषि बीज का उत्पादन होता है. इस बार खरीफ के सीजन में केंद्र ने 120 से 150 एकड़ में दो हजार क्विंटल धान बीज, 15 एकड़ में अरहर बीज, 10 एकड़ में मड़ुआ-रागी व 10 एकड़ में कुर्थी दाल के बीज उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया है. इसके लिए सिंचाई की व्यवस्था की जा रही है. हमारा उद्देश्य झारखंड को कृषि बीज उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाना है.
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