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जलौंध में नहीं जले घरों के चूल्हे
बीडीओ सीओ व जनप्रतिनिधि पहुंचे गांव इचाक : जलौंध गांव में ठनका गिरने से तीन किशोर की मौत के बाद गांव सदमे में है. ग्रामीण रविवार की इस मनहूस शाम को नहीं भूल पायेंगे, जहां तीन मां की कोख उजड़ गयी और सपने टूट गये. ग्रामीणों ने बताया कि रविवार की करीब छह बजे दिल […]
बीडीओ सीओ व जनप्रतिनिधि पहुंचे गांव
इचाक : जलौंध गांव में ठनका गिरने से तीन किशोर की मौत के बाद गांव सदमे में है. ग्रामीण रविवार की इस मनहूस शाम को नहीं भूल पायेंगे, जहां तीन मां की कोख उजड़ गयी और सपने टूट गये.
ग्रामीणों ने बताया कि रविवार की करीब छह बजे दिल दहला देनेवाली वज्रपात की घटना घटी, जिसकी चपेट में विक्रम मेहता, करण कुमार एवं विक्रम ठाकुर आ गये. वहीं दो अन्य युवक भी जिंदगी की जंग लड़ रहा है. घटना के बाद जलौंध गांव में रात में किसी के घर चूल्हा नहीं जला. लोग सदमें में हैं.
तीनों का अंतिम संस्कार: तीनों किशोरों की मौत के बाद शव का पोस्टमार्टम किया गया. उसके बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया. रात में जैसे ही ग्रामीण शव लेकर गांव आये, पूरा गांव चीत्कार व क्रंदन से गूंजने लगा. परिजन को बदहवास थे ही, ग्रामीणों के आंखों से भी आंसू थम नहीं रहे थे. सोमवार को तीनों युवकों का अंतिम संस्कार किया गया. जलौंध गांव में लोगों की दिन भर भीड़ लगी हुई थी.
चार-चार लाख मुआवजा आश्वासन: घटना के बाद सोमवार को प्रमुख सरिता देवी, बीडीओ रामगोपाल पांडेय, सीओ कुंवर सिंह पाहन, जदयू नेता बटेश्वर मेहता, मुखिया निर्मल कुमार, झामुमो नेता मनोहर राम, उप-मुखिया बंशी महतो समेत कई जनप्रतिनिधि गांव पहुंचे और पीड़ित परिवारों मिले. अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों ने प्रावधान के मुताबिक मृतकों के आश्रितों को चार-चार लाख रुपये मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया. बीडीओ ने कहा कि एक-एक लाख रुपये का चेक तत्काल तीनों परिवारों को दिया जायेगा. शेष राशि प्रक्रिया के बाद दी जायेगी.
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