29.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

हजारीबाग में गहराया बिजली संकट

जरूरत पांच हजार एम्पीयर की, आपूर्ति हो रही है 2600 एम्पीयर हजारीबाग : हजारीबाग जिले में खपत की तुलना में बिजली की आपूर्ति कम है. जिले में कुल बिजली की जरूरत करीब पांच से छह हजार एम्पीयर है, जबकि विद्युत की आपूर्ति मात्र 2600 से 2700 एम्पीयर ही है. बिजली की कमी के कारण आम […]

जरूरत पांच हजार एम्पीयर की, आपूर्ति हो रही है 2600 एम्पीयर
हजारीबाग : हजारीबाग जिले में खपत की तुलना में बिजली की आपूर्ति कम है. जिले में कुल बिजली की जरूरत करीब पांच से छह हजार एम्पीयर है, जबकि विद्युत की आपूर्ति मात्र 2600 से 2700 एम्पीयर ही है.
बिजली की कमी के कारण आम उपभोक्ताओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वर्तमान में बिजली की कमी के कारण शहरी क्षेत्र में 12-14 घंटा, जबकि ग्रामीण क्षेत्र में 10-12 घंटे विद्युत की आपूर्ति होती है. फिलहाल गरमी आने के साथ ही जिले में बिजली का संकट उत्पन्न हो गया है.
सब स्टेशनों की क्षमता
शहर में विद्युत की आपूर्ति तीन सब-स्टेशनों से की जाती है. मिशन सब-स्टेशन की क्षमता 20 एमवीए की है. इस सब-स्टेशन में 10 एमवीए की एक, पांच-पांच एमवीए के दो पॉवर ट्रांफारमर लगे हैं.
सिंदूर सब-स्टेशन की क्षमता 45 एमवीए की है. इसमें 10 एमवीए के दो और पांच एमवीए के तीन पॉवर ट्रांफारमर लगे हैं. लोहसिंघना सब स्टेशन की क्षमता 10 एमवीए है. इसमें पांच एमवीए के दो ट्रांफारमर लगे हैं. इसी तरह ग्रामीण क्षेत्र में कवालू सब-स्टेशन में 10 एमवीए की एक और पांच एमवीए का एक ट्रांसफारमर है.
बडकागांव में पांच एमवीए के दो और 3.14 एमवीए का एक ट्रांसफारमर है. इसी तरह केरेडारी में 3.14 एमवीए का एक और पांच एमवीए का एक ट्रांसफारमर लगा है. बनासो सब-स्टेशन में पांच एमवीए के दो, डेमोटांड में पांच एमवीए के तीन और 3.14 एमवीए का एक ट्रांसफारमर लगा है. कटकमसांडी व इचाक सब-स्टेशन में भी करीब 10 एमवीए क्षमता का ट्रांसफारमर है. बरही, चौपारण, बरकट्ठा एवं पदमा में पॉवर सब स्टेशन है. हजारीबाग विद्युत अंचल के 18 सब-स्टेशनों में 254.9 एमवीए का ट्रांसफारमर लगेगा.
दो दिनों की बिजली की स्थिति
हजारीबाग के बिजली उपभोक्ता तीनों ओर से विद्युत संकट से जूझ रहे हैं. विभाग की ओर से ओवर लोड शेडिंग की जा रही है. रविवार को सुबह 11 बजे से मटवारी क्षेत्र में बिजली प्रत्येक आधा घंटा पर कट रही थी. साढ़े आठ बजे रात से 10.30 बजे से लगातार लोड शेडिंग रही. इसी तरह सोमवार को भी लगभग वही स्थिति रही. डीवीसी भी लोड शेडिंग कर रही है.
पिछले दो दिन में रात आठ से 10.30 बजे तक दो घंटे की लोड शेडिंग रही. तकनीकी गड़बड़ी के कारण भी विद्युत आपूर्ति बाधित हो रही है. मंगलवार को तकिया मजार के पास तार टूटने से फीडर नंबर तीन तीन घंटे तक बंद रहा. मटवारी गांधी मैदान के पास 200 केवीए का ट्रांसफारमर खराब होने के कारण लोगों को बिजली नहीं मिल रही है. कार्यपालक अभियंता ने कहा कि गरमी में बिजली की खपत बढ जाती है.गरमी के कारण तार भी ज्यादा टूट रहे हैं.
चार हजार एम्पीयर से अधिक की जरूरत
सब स्टेशनों की क्षमता के अनुसार जिले में बिजली की जरूरत चार हजार एम्पीयर से ज्यादा है.अभियंताओं के अनुसार सब स्टेशन के पॉवर सब स्टेशन को सुरक्षित रखने के लिये क्षमता के 80 प्रतिशत बिजली दी जा सकती है. जानकारी के अनुसार हजारीबाग शहर को तीन हजार एम्पीयर बिजली की जरूरत है, जबकि विद्युत आपूर्ति 700 एम्पीयर है. इसी तरह ग्रामीण क्षेत्रों में तीन से चार हजार एम्पीयर की जरूरत है, जबकि आपूर्ति मात्र 2000 एम्पीयर है.
हजारीबाग शहर में डीवीसी के सर्किट एक से 600 एम्पीयर की विद्युत आपूर्ति होती है, जो शहर को मिलती है. इसके अलावा सर्किट दो से 280 एम्पीयर और सर्किट तीन से 440 एम्पीयर विद्युत आपूर्ति होती है. यह बिजली दारू, टाटीझारिया, बड़कागांव, केरेडारी, डेमोटांड, इचाक, कटकमसांडी प्रखंड को मिलती है. बनासो ग्रिड से विष्णुगढ, बरही ग्रिड से पदमा, बरही, चौपारण व चलकुशा प्रखंड को बिजली मिलती है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें