हजारीबाग : हजारीबाग के शहरी क्षेत्र में 38 प्रतिशत बिजली का नुकसान हो रहा है. बिजली विभाग की ओर से सभी उपभोक्ताओं को बिल तो दे दी जा रही है, लेकिन नुकसान की भरपाई नहीं हो पा रही है. हजारीबाग शहर में करीब 32 हजार बिजली उपभोक्ता हैं. इन उपभोक्ताओं की मीटर रीडिंग प्रत्येक माह निजी कंपनी के माध्यम से करायी जाती है.
विभाग शहर में हो रही लाइन लॉस को कम करने के लिए मीटर रीडिंग का विश्लेषण कर रही है. इसमें पाया कि 60 प्रतिशत लोग ही नियमित रूप से बिजली बिल जमा कर रहे हैं.
0-50 यूनिट की खपतवालों की होगी जांच: हजारीबाग शहर में 0-50 यूनिट खपतवाले उपभोक्ताओं की संख्या करीब 8300 है. इसमें जीरों यूनिट पर बिलिंग होनेवाले उपभोक्ताओं की संख्या 2697, 10 यूनिट से कम बिजली खपत करनेवाले उपभोक्ताओं की संख्या 1057, 10 से 25 यूनिट बिजली उपयोग करनेवाले उपभोक्ताओं की संख्या 1656 और 25 से 50 यूनिट तक बिजली खपत करनेवाले उपभोक्ताओं की संख्या 2890 है. इसी तरह के उपभोक्ता की जांच विभाग करेगा.
100 यूनिट बिजली की खपत: कार्यपालक अभियंता पीएन सिंह ने बताया कि चार कमरेवाले साधारण घर में एक टीवी, दो पंखे, एक फ्रीज और चार एलइडी बल्ब लगे होते हैं. इसके अलावा बिजली से संचालित होनेवाले अन्य उपकरण भी होते हैं. शहर में प्रत्येक दिन 18 से 19 घंटा बिजली मिल रही है, तो कम से कम एक माह में 100 यूनिट बिजली खपत हो सकती है. उन्होंने कहा कि विभाग इस मापदंड के आधार पर 8300 बिजली उपभोक्ताओं को किस परिस्थिति में बिजली कम का आ रही है, इसकी जांच होगी.