इस समिति के माध्यम से पंचायतों में जैव संपदा के संरक्षण प्रबंधन एवं उसके विकास के लिए योजना तैयार कर काम किया जायेगा. समिति में चयनित अध्यक्ष व सदस्यों का कार्यकाल तीन वर्ष का होगा. जैव विविधता अधिनियम 2002 के तहत समिति का गठन किया जा रहा है.
संस्था के प्रतिनिधि अमित कुमार ने बताया कि समिति अपने अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत झारखंड जैव विविधता पर्षद की सलाह एवं मार्ग दर्शन से जैविक संसाधनों के संचालन, संरक्षण, उपयोग एवं जैविक संसाधनों से होने वाले लाभांश का समुचित बंटवारा करेगी. संकट ग्रस्त उपयोगी जैविक प्रजातियों के संरक्षण के लिए समिति काम करेगी. आधुनिक दौर में बढ़ती जनसंख्या तथा विकास गतिविधियों के कारण जैव विविधता पर खतरा मंडरा रहा है. इसके अस्तित्व को बचाने के लिए समिति काम करेगी. साथ ही जैव विविधता से जुड़े उद्यमों को बढ़ावा देने का कार्य सरकार करेगी. आमसभा में सर्वसम्मति से अंजली स्नेहा को समिति का अध्यक्ष व सुनीता रानी को सचिव बनाया गया. जबकि मानकी राम, गीता देवी, निर्मला देवी, सविता देवी, कृतिका स्नेहा को सदस्य बनाया गया. इनके कार्यों के बारे में जानकारी दी गयी. मौके पर वार्ड सदस्य सरिता देवी, सविता देवी, मनोज राम, रोशनी वर्मा, बबलू उपाध्याय, मनोज सिंह, विशाल गुप्ता,संतोष गुप्ता, रामदास गुप्ता,सुरेंद्र आदि मौजूद थे.