रायडीह. शहीद बख्तर साय व मुंडल सिंह स्टेडियम रायडीह में महिला विकास मंडल रायडीह का 19वां महाधिवेशन कार्यक्रम हुआ. कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों ने मशाल जला कर किया. महिला विकास मंडल की अध्यक्ष जयरानी मिंज ने पूरे साल भर का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया. मुख्य अतिथि जिप अध्यक्ष किरण माला बाड़ा ने कहा कि अभी की नारी अबला नहीं सबला है. नारियों की पहचान व सम्मान देवी-देवता दुर्गा से की जा रही है. मुझे इस बात की खुशी है कि आज की महिलाएं किसी पर निर्भर नहीं है. वे स्वावलंबी हैं, खुद से अपना रोजगार कर आय का साधन बना रही है. विशिष्ट अतिथि जिप उपाध्यक्ष संयुक्ता देवी ने अपने अभिवादन में नारियों के सम्मान में कहा कि हजारों पुष्प चाहिए माला बनाने के लिए, हजारों दीप चाहिए आरती की थाली सजाने के लिए, हजारों बूंद चाहिए समुद्र बनाने के लिए, लेकिन बस एक नारी काफी है, घर को स्वर्ग बनाने के लिए. बीडीओ प्रधान हंसदाक ने कहा कि पहले महिलाएं चूल्हा-चौका तक ही सीमित थी, पर अब वे जीविका चला रही हैं. रायडीह की महिलाएं महिला मंडल से जुड़ कर अपने आपको काफी जागरूक किया है. इसका परिणाम आज हमें देखने को मिल रहा है. कार्यक्रम के दौरान जरजट्टा गांव की महिला मंडल को व्यवसाय कर स्वावलंबी बनने के लिए 20 लाख रुपये का चेक प्रदान किया गया. महिलाओं ने नुक्कड़ नाटक व नृत्य से लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया. मौके पर प्रमुख ममता सोरेंग, मुखिया किरण बिलुंग, हिमांशु कुमार गुप्ता, रजनी मिंज, मुन्नी ग्रेस, विपुल मिश्रा, प्रदीप मिश्रा, पवन नाग, बसंत राम, शशि कुमार, मीरा कुमारी, चरियो उरांव, सावित्री उरांव आदि मौजूद थे.
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