गुमला. जिला स्तरीय ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) सलाहकार समिति गुमला की बैठक उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी की अध्यक्षता में गुरुवार को आरसेटी कार्यालय में हुई. बैठक में उपायुक्त ने आरसेटी निदेशक को ग्रामीण क्षेत्रों का भ्रमण कर स्थानीय मुखिया के सहयोग से युवाओं को आरसेटी के प्रशिक्षण कार्यक्रम से जोड़ने का निर्देश दिया. इस दौरान ग्रीन हाउस व ड्रिप इरिगेशन से संबंधित एक प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया, जिस पर उपायुक्त ने शीघ्र प्राक्कलन तैयार करने का निर्देश दिया. इससे पूर्व उपायुक्त ने आरसेटी से प्रशिक्षण प्राप्त कर स्वरोजगार शुरू करने वाले लाभुकों से मुलाकात की. इस दौरान लाभुकों ने उपायुक्त के समक्ष अपने अनुभव साझा किये. लाभुकों ने बताया कि आरसेटी से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद आत्मविश्वास में वृद्धि के साथ व्यवसाय चलाने व मार्केटिंग की समझ विकसित हुई. लाभुक जयंती मिंज ने अपने आचार, पापड़ व मसाला पाउडर बनाने के व्यवसाय के बारे में बताया कि प्रशिक्षण से उन्हें व्यवसाय के संचालन में आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा मिली. लाभुक सुमन आईंद ने बताया कि आरसेटी से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद उन्होंने मुर्गी पालन का व्यवसाय शुरू किया. वर्तमान में वह प्रतिमाह 20 हजार रुपये से अधिक की आय हो रही है. इस प्रकार अन्य लाभुकों ने भी अपने-अपने व्यवसाय के अनुभवों को साझा किया. लाभुकों की बात सुनने के बाद उपायुक्त ने प्रसन्नता व्यक्त की. उपायुक्त ने कहा कि आरसेटी के माध्यम से जिले के युवाओं को आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिल रहा है, जो जिले के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है. उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी प्रशिक्षित लाभुकों को प्राथमिकता के आधार पर लोन समेत अन्य आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जाये. प्रशासन का उद्देश्य है कि जिले के अधिक से अधिक युवा रोजगार के प्रति प्रेरित हो और अपने व्यवसाय को सशक्त रूप से संचालित करें. उपायुक्त ने आरसेटी परिसर में पौधरोपण किया. मौके पर एलडीएम गुमला, डीपीएम जेएसएलपीएस, निदेशक आरसेटी निपुण कुमार गुप्ता आदि मौजूद थे.
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