गुमला. डीएवी पब्लिक स्कूल गुमला की कक्षा 12वीं के बायोलॉजी संकाय के 42 छात्रों के एक समूह ने जैविक प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त करने के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद सह भारतीय कृषि जैव प्रौद्योगिकी संस्थान रांची का शैक्षणिक दौरा किया. यह दौरा छात्रों को कृषि और जैव प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में हो रहे नवीनतम शोध कार्यों को करीब से जानने का अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था. संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक (सस्य विज्ञान) डॉ जयंता लायक ने छात्रों को कृषि जैव प्रौद्योगिकी के महत्व, फसलों में सुधार के लिए किये जा रहे विभिन्न शोध और कृषि उत्पादकता बढ़ाने में तकनीकी नवाचारों की भूमिका के बारे में विस्तार से समझाया. दौरे के दौरान छात्रों ने संस्थान की उन्नत प्रयोगशालाओं और शोध सुविधाओं को देखा, जिससे उन्हें सैद्धांतिक ज्ञान को वास्तविक अनुप्रयोगों से जोड़ने में मदद मिली. डीएवी गुमला प्रधानाचार्य डॉ रमाकांत साहू ने ऐसे शैक्षणिक दौरों के महत्व पर बल दिया. उन्होंने कहा कि किताबी ज्ञान के साथ-साथ छात्रों को व्यावहारिक अनुभव मिलना आवश्यक है. इस तरह के दौरे उन्हें भविष्य के करियर विकल्पों के लिए प्रेरित करते हैं और उन्हें वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने में सहायता करते हैं. इस पूरे दौरे के दौरान छात्रों के साथ शिक्षक ज्ञान प्रताप और पूजा कुमारी भी उपस्थित रहे, जिन्होंने छात्रों को संस्थान के विभिन्न पहलुओं को समझने में सहयोग किया. यह दौरा छात्रों के लिए कृषि जैव प्रौद्योगिकी के बढ़ते क्षेत्र को समझने और विज्ञान के प्रति उनकी रुचि को और गहरा करने में महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ.
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