घाघरा. घाघरा प्रखंड के बिमरला माइंस क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं समेत 18 सूत्री मांग बहाल करने को लेकर ऑल बॉक्साइट माइंस जन अधिकार संघर्ष समिति ने आदर में बिमरला माइंस ट्रकों को रोक कर परिचालन ठप कर दिया. बिमरला माइंस जाने वाले आदर के समीप समिति के लोग बैठ गये, जिससे बॉक्साइट ट्रक सड़क पर खड़ी रही. समिति के अध्यक्ष राजीव उरांव ने बताया कि बिमरला माइंस क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल समेत कई मूलभूत सुविधाओं व माइंस क्षेत्र के लोगों को काम समेत कई मांगें शामिल थे. इसको लेकर कई बार हिंडालको कंपनी के प्रबंधन से वार्ता की गयी, लेकिन वार्ता असफल रही. विगत 25 अप्रैल को भी अंचल कार्यालय घाघरा में प्रबंधन के द्वारा उक्त मांग समिति के माध्यम से रखी गयी. लेकिन कोई ठोस पहल प्रबंधन द्वारा नहीं दी गयी. इसके बाद परिवहन कार्य में लगे माइंस ट्रकों को बंद किया गया है. समिति के संरक्षक शिवकुमार भगत टुनटुन ने कहा कि हिंडालको कंपनी यहां के लोगों का दमन व शोषण करने पर उतारू है. यहां के लोगों को सिर्फ ठगने का काम किया जा रहा है. बॉक्साइट रूपी लाल सोना को ले जाकर कंपनी करोड़ों रुपये मुनाफा कमा रही है. जबकि यहां के लोगों को सिर्फ धूल फांकवाने का काम करवा रही है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. मौके पर संरक्षक शिवकुमार भगत टुनटुन, विनोद राम, फिरू असुर, परमेश्वर असुर, सुमन ठाकुर, सोमनाथ उरांव, बसंत भगत, कुलदीप साहू, सचिन साहू, रूबेन किंडो, अखिलेश गोप, भोला महतो, पवन महली, नंदलाल गोप, लालजीत उरांव मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है