गुमला. गुमला शहर से सटे तर्री बाइपास रोड के किनारे बन रहा जैव विविधता पार्क धीरे-धीरे आकार लेने लगा है. वन विभाग द्वारा इको टूरिज्म योजना के तहत बनाये जा रहे पार्क का निर्माण तेजी से हो रहा है. अब तक हुए कार्य को देखते हुए अनुमान है कि यह पार्क वर्ष 2025 के अंतिम माह तक तरह बनकर तैयार हो जायेगा. करीब 30 एकड़ क्षेत्र में बन रहा यह पार्क पर्यावरण संरक्षण के संदेश के साथ-साथ स्थानीय लोगों और पर्यटकों के लिए मनोरंजन और सैर-सपाटे का आकर्षक केंद्र बनेगा. पार्क परिसर को विभिन्न थीम पर आधारित क्षेत्रों में विभाजित किया गया है, ताकि सभी आयु वर्ग के लोग इससे जुड़ सकें. पार्क में बच्चों, युवाओं व बुजुर्गों के लिए अलग-अलग सुविधाएं तैयार की जा रही हैं, जिनमें रॉक क्लाइंबिंग, रोप ट्रेल, एग्जिट लाइन, जॉगिंग ट्रैक, साइक्लिंग ट्रैक, झूले, गजीबो, वॉच टावर, ट्री हाउस, ओपन थियेटर और कैफेटेरिया जैसी सुविधाएं शामिल हैं. इसके अलावा बटरफ्लाई जोन, गुलाब और कैक्टस गार्डन, ट्रॉपिकल बांस और विभिन्न शोपीस पौधों से सुसज्जित गार्डन को अंतिम रूप दिया जा रहा है. बच्चों के लिए एक छोटा स्टेडियम, युवाओं के लिए एडवेंचर कंपोनेंट और बुजुर्गों के लिए एक विशेष क्षेत्र विकसित किया जा रहा है. पार्क में जगह-जगह फाइबर से बने हिरण, प्लास्टिक के आकर्षक घोड़े, और अन्य सजावटी तत्व पर्यटकों को आकर्षित करेंगे. मुख्य प्रवेश द्वार पर एक भव्य टावर बनाया जा रहा है, जो इसकी खूबसूरती में चार चांद लगायेगा. वन विभाग का यह प्रयास गुमला को न केवल इको टूरिज्म के मानचित्र पर उभारेगा, बल्कि स्थानीय लोगों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता भी बढ़ायेगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है