गुमला. 10 जून को आयोजित कांग्रेस की संविधान बचाओ रैली की तैयारी को लेकर गठित समन्वय समिति गुमला की बैठक रविवार को सर्किट हाउस गुमला में कमेटी के जिलाध्यक्ष चैतू उरांव की अध्यक्षता में हुई. बैठक में जिलाध्यक्ष ने कहा कि भाजपा ने सरना धर्म कोड, वक्फ बिल संसोधन, ओबीसी समुदाय को 27 प्रतिशत आरक्षण तथा संविधान द्वारा प्रदत हक व अधिकारों को छीनने का प्रयास किया है. वह अपने पास दलित-आदिवासी व पिछड़ों के आरक्षण को समाप्त करने की मंशा रखती है. उन्होंने कहा कि देश की एकता व अखंडता को कमजोर करने का प्रयास किया गया है. साथ ही संविधान को मजबूत प्रदान करने वाली इडी, आइटी, सीबीआइ व चुनाव आयोग जैसी स्वतंत्र संस्थाओं दुरुपयोग किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि नेशनल हेराल्ड के झूठे केस में राहुल गांधी व सोनिया गांधी को फंसाना इसका ताजा उदाहरण है. ये सारे घटनाक्रम इंगित करता है कि भाजपा नीति की सरकार सुनियोजित तरीके से संविधान को दरकिनार कर देश में तानाशाही शासन स्थापित करना चाहती है और इस देश में फिर से एक बार मनुवाद यानी बाबा साहेब के संविधान के बदले मनुस्मृति लागू करना चाहती है. कहा कि मनुवादी तानाशाही को रोकने के लिए 10 जून को गुमला शहर के एसएस हाइस्कूल रोड कांग्रेस कार्यालय परिसर में विशाल रैली का आयोजन हो रहा है. उन्होंने सभी से अपील की कि रैली में शामिल होकर लड़ाई में अपना योगदान दें. बैठक में तरुण गोप, कलाम आलम, फिरोज आलम, मो खुर्शीद, मुख्तार आलम, मिन्हाज खां, अलबर्ट तिग्गा, इस्माइल कुजूर, पवन केवट, इकरामुल हक, बिंदेश्वर साहू, रामनिवास प्रसाद, क्रिस्टीना कुजूर, सुनीता तिर्की, मीरा हामिद, जैस्मिन लुगून, आजाद अंसारी आदि उपस्थित थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है