डुमरी : गुमला उपायुक्त वीणा श्रीवास्तव के निर्देशानुसार नैप निदेशक दशरथ चंद्र दास की अगुवाई में निर्मित जांच दल शनिवार को डुमरी पहुंचा. डुमरी पहुंच कर जिला परिषद मद से बने दो विद्यालय भवनों की गुणवत्ता की जांच की.
इस दौरान निदेशक ने दोनों विद्यालय भवन में घोर अनियमितता पायी. दोनों विद्यालय में पानी, बिजली, शौचालय व प्लास्टर आदि के कार्य में अनियमितता पायी गयी. प्रोजेक्ट बालिका उवि में खिड़की में शीशा नहीं, शौचालय की स्थिति दयनीय, बिजली की वायरिंग घटिया, बरामदा में छोटा टाइल्स घिसा नहीं था.
वहीं प्लस टू उवि टांगरडीह में विद्यालय का सीढ़ी टूटा, शौचालय का सही निर्माण नहीं, बिजली वायरिंग घटिया, छत में रखे कंक्रीट के कारण पानी रिसाव, शौचालय का पानी निकासी नहीं, दरवाजे की लकड़ी बेकार व दीमक लगा हुआ, दोनों विद्यालयों के ढलाई के ऊपर प्लास्टर नहीं किया गया, पाया. इस अनियमितता को देख नैप निदेशक दशरथ चंद्र दास ने कहा कि विद्यालय निर्माण में भारी अनियमितता बरती गयी है. प्राक्कलित राशि के अनुरूप कार्य नहीं किया गया है.
निर्माण अवधि में संवेदक द्वारा गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया है. श्री दास ने बताया कि प्रोजेक्ट बालिका उवि निर्माण में 6 लाख व प्लस टू उवि का 20 लाख रुपये भुगतान बकाया है. उक्त राशि से दोनों विद्यालय भवन की कमी को दूर किया जा सकता है. जांच टीम में बीडीओ रत्न कुमार सिंह, जिप सदस्या फुदो देवी, अमर रवि दास शामिल थे.