गुमला : प्राचार्य के प्रति लोगों का अगाध प्रेम है. यही वजह है कि जब सदान युवा मोरचा व चेंबर ऑफ कामर्स ने गुमला बंद बुलाया. सभी लोगों ने स्वत: दुकानें बंद रखी. चाय-पान तक की दुकानें नहीं खुली. पेट्रोल पंप भी बंद रहे. बस पड़ाव से लेकर शहर के हर गली मुहल्ले की दुकानें बंद थी. थाना रोड की एक भी दुकान नहीं खुली. हालांकि सुबह सात बजे सदान युवा मोरचा व चेंबर के लोग सड़क पर उतर कर दुकानों को बंद कराते हुए देखे गये.
अखबार की मांग भी बढ़ गयी. जैसे ही टावर चौक स्टॉल के समीप अखबार आया. लोग अखबार पढ़ने के लिए उमड़ पड़े. सबसे ज्यादा डिमांड प्रभात खबर की रही. सात बजे ही सभी स्टॉल से प्रभात खबर खत्म हो गया. पाठक अखबार खोजते रहे. लेकिन न्यूज कवरेज व सभी पहलुओं को निष्पक्षता से रखने के कारण पाठकों ने हाथोंहाथ अखबार को लिया. जिन किन्हीं पाठकों को अखबार नहीं मिला, वे बगल घर से अखबार लेकर पढ़े. कुछ लोगों को व्हाटसप के माध्यम से अखबार का फोटो खींच कर भेजा गया. इधर प्राचार्य की मौत से पूरा गुमला शोक में डूबा रहा. जशपुर रोड स्थित आवास पर लोगों की भीड़ लगी रही. सभी लोग घटना की निंदा कर रहे थे.