गुमला : जहां पशुओं को बांध कर रखा जाता था, उस टूटे शेड में होमगार्ड के जवानों को रहने के लिए जगह दी गयी है. खुले आसमान को छतरी बना कर होमगार्ड के जवान रह रहे हैं. वहीं खेत को ही रसोईघर बना लिया है. खेत में ही चूल्हा जला कर भोजन बनाया जा रहा है. शौचालय भी नहीं है, इसलिए खेत में ही शौच जाते हैं.
यह हकीकत गुमला में होमगार्ड जवानों की है. विधानसभा चुनाव की विधि व्यवस्था बनाये रखने के लिए चुनाव ड्यूटी में होमगार्ड के जवानों को लगाया गया है. करीब 100 होमगार्ड जवान हैं, जिन्हें रहने के लिए चंदाली स्थित पुराना कृषि कार्यालय के मैदान के टूटा हुआ शेड दिया गया है.
ठंड काफी है. ठंड से बचने के लिए जवान जमीन पर पुआल बिछा कर सो रहे हैं. जवानों ने कहा कि जिस पुराने कृषि कार्यालय के मैदान में ठहरने की व्यवस्था की गयी है, वहां होमगार्ड जवानों के लिए सोने, खाने-पीने व शौचालय की व्यवस्था नहीं है. जिस कारण जवान रात में खुले शेड के नीचे सोने को विवश हैं. रात में पारा गिरने से जवानों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ रहा है. शौच महसूस होने पर खुले में शौच जाते हैं.
पानी की व्यवस्था नहीं होने पर जवान पास के जर्जर कुआं से गंदा पानी भरते हैं. उसी पानी का उपयोग खाना बनाने व पीने में करते हैं, जबकि खाना बनाने के लिए आसपास से लकड़ी चुन कर ईंट का चूल्हा बना कर खाना बनाते हैं. होमगार्ड के जवानों ने कहा कि गुमला जिला के सभी प्रखंडों से करीब 350 होमगार्ड के जवान को चुनाव ड्यूटी में लगाया गया है, जिसमें में करीब 100 की संख्या में हम लोगों को चंदाली के समीप पुराना कृषि भवन के बाहर रखा गया है.
हम सभी 23 नवंबर को चुनाव ड्यूटी में आये हैं. ड्यूटी 21 दिसंबर तक है. सिर्फ चुनाव के दिन टेंट की व्यवस्था की गयी थी, उसके बाद टेंट को हटा दिया गया है. चुनाव ड्यूटी में हम लोगों को एड़वांस पैसा नहीं दिया गया है, जिस कारण हम लोग अपने घर का धान बेच कर आये हैं और उसी पैसा को खर्च कर हम यहां रह रहे हैं.