घाघरा(गुमला) : घाघरा थाना क्षेत्र के देवाकी गांव में गुरुवार रात 15 वर्षीय संगम उरांव ने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. आत्महत्या से पहले उसने सुसाइट नोट लिखा है. जिसमें उसने खुद को बीमार बताया है. अपनी लंबाई नहीं बढ़ने से वह मानसिक रूप से परेशान हो गया था. इसलिए उसने आत्महत्या की. शुक्रवार सुबह आत्महत्या की सूचना पुलिस को मिलने पर घटनास्थल पर पहुंच शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा.
जानकारी के अनुसार संगम लार्ड बुद्धा स्कूल में वर्ग 10वीं का छात्र था. गुरुवार शाम तक संगम अपने दोस्तों के साथ फुटबॉल खेला. शाम में कुछ देर के लिए घर गया. फिर घर से निकला. इसके बाद से वह घर नहीं लौटा. रात में पूरे परिवार के लोगों ने उसकी खोजबीन की. परंतु कुछ पता नहीं चला. शुक्रवार अहले सुबह जब ग्रामीण शौच के लिए नदी की ओर गये, तो देखा कि संगम अपने खेत के पास आम के पेड़ में फांसी पर लटका हुआ है. ग्रामीणों ने इसकी सूचना परिजनों को दी.
फांसी लगाने से पहले संगम ने एक सुसाइट नोट लिख कर अपने चप्पल के ऊपर रख दिया था. सुसाइट नोट में लिखा है कि यह आत्महत्या वह अपनी इच्छा से कर रहा है. क्योंकि मैंने बचपन से जो सोच कर रखा था. वह मैं अपने शारीरिक बीमारी के कारण पूरा नहीं कर पाउंगा. संगम ने अपने सुसाइट नोट के जरिये कहा कि संसार में रह कर कुछ अच्छा काम करना चाहिए.
दो वर्ष पूर्व वह खुश था. दो वर्ष के बाद वह अपने शरीर के अस्वस्थ होने को लेकर काफी चिंतित था. वह अपनी लंबाई बढ़ाने के लिए काफी मेहनत किया. अंत में उसने यह कदम उठाया. संगम के दोस्तों ने बताया कि संगम हमेशा काफी परेशान रहता था. अपने दोस्तों से कहता था कि मेरा सपना था कि मैं आर्मी में जाऊं. पर मेरा हाइट इतना कम है कि मेरी आर्मी में बहाली नहीं होगी. मुझे जीने की इच्छा नहीं करती है.