गुमला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग डेंगू की रोकथाम के लिए नहीं कर रहा विशेष पहल गुमला :गुमला शहर के आजाद बस्ती व इस्लामपुर में डेंगू का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है. वहीं इस दिशा में गुमला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग भी मौन है. दो अक्तूबर से 19 अक्तूबर तक डेंगू से पीड़ित […]
गुमला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग डेंगू की रोकथाम के लिए नहीं कर रहा विशेष पहल
गुमला :गुमला शहर के आजाद बस्ती व इस्लामपुर में डेंगू का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है. वहीं इस दिशा में गुमला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग भी मौन है. दो अक्तूबर से 19 अक्तूबर तक डेंगू से पीड़ित 21 मरीज पाये गये हैं.
इसका खुलासा सदर अस्पताल स्थित मेडॉल जांच केंद्र से हुआ है. डेंगू से पीडित मरीजों में नदीम अंजुम, अमृता कुमारी, वारिश हसन, सगुप्ता परवीन, सोनाली कुमारी, मो एजाज, मणि साहू, आफरीन कुरैशी, वसीम रजा, मो शमीम, निगार सुलताना, मो सैफ अली, नईम अंजुम, रश्मि परवीन, जयंती कुमारी, नरेंद्र कुमार सिंह, तौहिद आलम, जेबा परवीन, चांदनी परवीन, मो सलमान, सैफी हसन शामिल हैं. इन सभी की जांच मेडाल जांच घर में हुई है. उपरोक्त सभी डेंगू कीट में सस्पेक्टेड पाये गये हैं. इस संबंध में मेडॉल के इंचार्ज अनिकेत कुमार ने बताया कि 17 दिनों में आजाद बस्ती व इस्लामपुर से लगभग दो दर्जन संभावित मरीज डेंगू के मिले हैं और भी मरीज आ रहे हैं.
लेकिन स्वास्थ्य विभाग गुमला द्वारा हमें उपरोक्त जगह में जाकर शिविर लगा कर जांच करने का लिखित आदेश नहीं मिला है. जो मरीज हमारे केंद्र में आ रहे हैं, उनकी हम लोग जांच कर रहे हैं.अगर विभाग हमें लिखित आदेश देगा, तभी हम वहां शिविर लगा कर जांच कर पायेंगे. इस संबंध में सिविल सर्जन डॉक्टर विजया भेंगरा ने कहा है कि सूचना मिलने के बाद तीन टीम का गठन कर आजाद बस्ती व इस्लामपुर सहित अन्य क्षेत्रों में जांच की गयी है.
लेकिन कहीं भी डेंगू का संभावित केस नहीं मिला है. खून में प्लेटलेस कम होना कोई दूसरी बीमारी का कारण है. यह डेंगू नहीं वायरल फीवर है. हमने मेडॉल को डेंगू की जांच करने से रोका है. डेंगू कीट से क्लीयर नहीं होता है. जब तक उसका एलाइजा टेस्ट नहीं होता है. मेडॉल एलाइजा टेस्ट नहीं करता है, इसलिए इसे रोका गया है. उन्होंने कहा कि जहां भी डेंगू होने की सूचना मिलेगी, वहां कैंप लगा कर जांच करायेंगे.