गुमला : गुमला सदर अस्पताल में व्हील चेयर पर एक वृद्ध के शव को 30 घंटे तक रखने के मामले की जांच करने मंगलवार को क्षेत्रीय उपनिदेशक डॉ अरविंद कुमार शर्मा सहित दो सहायक गुमला अस्पताल पहुंचे. व्हील चेयर पर शव रखने से संबंधित खबर प्रभात खबर ने प्रकाशित की थी. इसके बाद अस्पताल की व्यवस्था की शिकायत मानवाधिकार में चली गयी थी. मानवाधिकार आयोग द्वारा संज्ञान लेने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जांच की.
जांच में अव्यवस्था उजागर हुई है. टीम ने मरीज की भर्ती रजिस्टर, ओपीड़ी रजिस्टर की जांच की. साथ ही रात्रि ड्यूटी चिकित्सक आनंद किशोर उरांव, सुबह ड्यूटी डॉ अजय भगत, अपराह्न ड्यूटी वाले चिकित्सक डॉ सुनील किस्कू व डीएस डॉ आरएन यादव से पूछताछ की. चिकित्सक डॉ अजय भगत द्वारा सुबह की ड्यूटी में एएम की जगह पीएम लिखा पाया. वहीं भरती रजिस्टर में 11 नवंबर के बाद पांच दिन इंट्री नहीं पायी. उन्होंने पूछा कि पांच दिन अस्पताल बंद था.
इस पर सभी पदाधिकारी व चिकित्सक चुपचाप हो गये. इसके बाद डीएस आरएन यादव से पूछा कि आपको कब सूचना मिली थी, तो उन्होंने बताया कि 13 नवंबर की शाम को सूचना मिली थी. जांच में उप निदेशक ने कई खामियां पायी. इसके बाद उपनिदेशक व सहायक ने सदर अस्पताल का भ्रमण किया. पुरुष वार्ड में एक मरीज को स्वयं उठ कर स्लाइन बोतल लेकर नर्स वार्ड में स्लाइन बंद कराने के मामले में नाराज हुए. मौके पर प्रधान सहायक प्रभाष कुमार सिंह, सहायक शैलेंद्र कुमार राणा, सिविल सर्जन विजया भेंगरा, हरिदास राम, अशोक कुमार लाल मौजूद थे.