दुर्जय पासवान, गुमला
गुमला के पीएचईडी विभाग में शौचालय की सवा करोड़ रुपये हेराफेरी का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ है और कल्याण विभाग में नौ करोड़ रुपये के गबन से गुमला सुर्खियों में आ गया है. गुमला कल्याण विभाग के सरकारी खाते से नौ करोड़ पांच लाख 16 हजार सात सौ रुपये की फर्जी निकासी का मामला सामने आने के बाद सांसद सुदर्शन भगत गंभीर हो गये हैं.
उन्होंने गुमला डीसी शशि रंजन से बुधवार को फोन पर बात किये. सांसद ने डीसी से पूरे मामले की जानकारी ली. सांसद ने कहा कि यह गंभीर मामला है. यह पैसा जनता के कल्याण के लिए है जो सरकार ने विभाग को दी थी. इतनी बड़ी राशि की निकासी हो जा रही है और विभाग को बाद में पता चल रहा है. यह विभाग की घोर लापरवाही है.
सांसद ने डीसी से कहा है कि इस हेराफेरी में जो भी लोग दोषी हैं. जांच कर रिपोर्ट दें. इसमें जिसकी भी मिलीभगत है. वह बचना नहीं चाहिए. दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी. सांसद ने कहा है कि अगर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है तो इसमें सभी फंसेंगे. उन्होंने इस मामले को सीएम रघुवर दास के समक्ष रखने की बात कही है.
उन्होंने कहा कि इसके पूर्व भी गुमला जिला में स्वच्छता विभाग में शौचालय निर्माण के नाम पर करोड़ों रुपया घोटाला किया गया है. इसमें भी दोषियों को बचाने का प्रयास चल रहा है. जांच के नाम पर पैसा लेनदेन का खेल की सूचना मिल रही है, जो गंभीर बात है. वहीं सहकारिता विभाग द्वारा फसल बीमा योजना में गड़बड़ी के साथ लैंपस द्वारा कृषि यंत्र उपकरण क्रय विक्रय में भी गड़बड़ी की गयी है.
लैंपस के अध्यक्ष व सचिव की नियुक्ति में भारी गड़बड़ी की जानकारी मिली है. उन्होंने कहा कि किसी भी परिस्थिति में गुमला जिला को लूट का अड्डा बनने नहीं दिया जाएगा. जनता की राशि का लाभ जनता को मिलेगा. इसमें कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. सभी मामलों पर गंभीरता से जांच करायी जायेगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी.
शौचालय की राशि खाने वाले जायेंगे जेल
जिला जल एवं स्वच्छता मिशन गुमला में सवा करोड़ रुपये हेराफेरी करने वालों के खिलाफ सांसद सुदर्शन भगत ने कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश डीसी शशि रंजन को दिया है. सांसद ने कहा है कि शौचालय की राशि खाने वाले जेल जायेंगे. मैंने इस बिंदु पर डीसी गुमला से बात की है. उन्हें कहा है कि कार्रवाई में किसी प्रकार का समझौता नहीं होना चाहिए.
जिस प्रकार गुमला में करोड़ों रुपये लूट का खेल चल रहा है. इससे तो गुमला की बदनामी हो रही है. लोगों का ऐसे में सिस्टम से भरोसा उठ जायेगा. जनता का भरोसा बना रहे. इसके लिए जरूरी है. दोषी बचना नहीं चाहिए. उन्होंने कहा है कि पेयजल स्वच्छता विभाग के द्वारा स्वच्छ भारत अभियान के तहत कराये जा रहे शौचालय निर्माण में गड़बड़ी और करोड़ों रुपये की राशि कि घोटाले की भी जांच करायी जायेगी.
अगर जिला की जांच से मैं संतुष्ट नहीं होता हूं तो मैं सीधे सीएम से बात करुंगा. स्वच्छ भारत अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वपूर्ण योजना है और इस प्रकार की जन योजना की राशि में गड़बड़ी कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी. सांसद ने कहा कि वे पूरे मामले को लेकर केंद्रीय मंत्री को अवगत कराते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे. स्वच्छ भारत अभियान की राशि में हेराफेरी करने वाले घोटाले बाजों को किसी भी परिस्थिति में नहीं बख्शा जायेगा.
वे इस मामले को लेकर पीएमओ में भी शिकायत करेंगे. ताकि दोषियों पर कार्रवाई हो सके. गौरतलब है कि गुमला में शौचालय निर्माण में करोड़ों रूपये की गड़बड़ी का मामला प्रकाश में आया है. प्राथमिकी भी दर्ज की गयी है. इस मामले में डीसी ने अलग से एक जांच टीम बनायी है. लेकिन अभी तक दोषियों पर कार्रवाई नहीं होने से सांसद नाखुश हैं. सांसद ने कहा है कि एक जनप्रतिनिधि होने के नाते मैं इसे कतई बर्दाश्त नहीं करूंगा. हर हाल में दोषियों पर कार्रवाई होगी.