दुर्जय पासवान, गुमला
गुमला में अनियमित बिजली आपूर्ति के ख़िलाफ गुमला चैंबर ऑफ कॉमर्स के द्वारा स्थानीय टावर चौक में प्रातः 10 बजे अपराह्न एक बजे तक गुमला में बिजली आपूर्ति में सुधार हेतु धरना प्रदर्शन किया गया. धरना के दौरान वक्ताओं ने विभाग को चेताते हुए कहा है कि यह सिर्फ धरना नहीं. बल्कि एक चेतावनी है. अगर बिजली आपूर्ति में सुधार नहीं हुआ तो गुमला बंद किया जायेगा.
मौके पर कई वक्ताओं ने विद्युत विभाग गुमला के खिलाफ खुलकर अपनी भावनाओं को रखते हुए विरोध दर्ज करवाया. लोगों ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी आड़े हाथों लिया. व्यापारियों ने कहा कि हमें कोई नेता बेवकूफ न समझे. जब बिजली संकट चरम पर आ गयी है तो अखबार में नाम छपाने के लिए विभाग से बात करते हैं. ऐसे नेताओं को हम पहचान रहे हैं. ऐसे नेताओं को बाद में सबक सिखायेंगे. पहले हमें बिजली चाहिए.
जनप्रतिनिधियों को आड़े हाथों लेते हुए जवाब मांगा कि आप जनप्रतिनिधि हैं. आपके पास सरकारी शक्ति प्राप्त है. परंतु उन्हें भी जनता की दुख तकलीफों से कुछ लेना देना नहीं है. यह सच्चाई है कि आज हर जनहित के मुद्दे को गुमला चैंबर ही उठाता आ रहा है.
साथ ही उन्होंने जवाब मांगा कि जब गुमला में कोई केंद्रीय मंत्री वरीय पदाधिकारी या मुख्यमंत्री व मंत्री आदि का आगमन होता है. तब गुमला में निर्वाध रूप से बिजली कहां से मिलती है. इसका मतलब यहां हमारी बिजली को कहीं और दे दी जाती है. लोगों ने विभाग के द्वारा बहानेबाजी को भी दूर करने की बात कही. साथ ही विभाग के पदाधिकारियों से कॉल रिसीव करने. जनता से सही मर्यादित रूप से बात करने को भी कही.
आम जनता ने एक स्वर में गुमला में निर्वाध रूप से बिजली आपूर्ति देने की जोरदार मांग रखी. धरना स्थल पर चेम्बर अध्यक्ष सरजू प्रसाद साहू, सचिव हिमांशु केशरी, उपाध्यक्ष राजेश गुप्ता, कोषाध्यक्ष मुनीलाल साहू, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष अमित माहेश्वरी, श्याम गुप्ता, अनिल स्वेता गुप्ता, दिलीप गुप्ता, निर्मल गोयल, मो खुर्शीद आलम, मनीष कुमार, मो इम्तियाज, मो मिन्हाज, उत्तम गोयल, दीपक गुप्ता, कौशलेंद्र जमुआर, दिनेश प्रसाद, अमित मंत्री, मनीष गुप्ता, रामजी गुप्ता, गुरमीत सिंह, मो शमशाद अंसारी, गन्नू शर्मा, अनिल साहू, मो आरिफ आलम, वैभव विनीत तिवारी, विकास राज सहित कई लोग उपस्थित थे.
मिशन बदलाव ने किया समर्थन
बिजली संकट को लेकर चैंबर द्वारा आहूत धरना प्रदर्शन का मिशन बदलाव ने समर्थन किया. सदस्य भूषण भगत, जीतेश मिंज ने कहा है कि समस्या चरम पर है. यहां के नेता सिर्फ चुनाव के बाद ऐश-मौज करना जानते हैं. विकट समस्या उत्पन्न होने के बाद जब नेता आगे नहीं आये तो चैंबर ने आवाज उठायी. चैंबर के लोग बधाई के पात्र हैं. मिशन बदलाव ने नेताओं से कहा है कि काम करें. सुर्खियों में रहना छोड़ें. अगर जनता ज्यादा परेशान होगी तो नेतागिरी भी बंद कर सकती है.