गुमला : जिला कृषि विभाग, केवीके गुमला व यूपीएल ग्रुप ऑफ एडवांटा इंडिया लिमिटेड के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार को गुमला के पर्यटन भवन में किसानों के बीच कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला में जिले भर से 75 किसान प्रतिनिधि शामिल हुए. किसानों को कम पानी में धान की खेती कर आय वृद्धि के लिए प्रेरित किया गया.
मुख्य अतिथि जिला कृषि पदाधिकारी डॉ रमेशचंद्र सिन्हा ने कहा कि पानी की उपलब्धता वाले क्षेत्र में खेतीबारी की कोई समस्या नहीं है, परंतु जहां पानी की उपलब्धता कम है, वहां किसान सही से खेतीबारी नहीं कर पाते हैं. परंतु अब धान का एक ऐसा बीज आ गया है, जो कम पानी में भी 95 से 100 दिन के अंदर फसल देता है. पीएससी 807 प्लस धान बीज उन्नत किस्म का है. इस बीज को खेत के ऊपरी हिस्से में लगा सकते हैं.
यह ज्यादा पानी भी नहीं मांगता है और 95 से 100 दिन के अंदर फसल भी देता है. इसकी खेती कर किसान अपनी आय वृद्धि कर सकते हैं. केवीके के वैज्ञानिक मृत्युंजय भाटिया व यूपीएल ग्रुप के क्षेत्रीय प्रबंधक प्रभाकर चौधरी ने बताया कि पीएससी 807 प्लस प्रमाणित बीज है.
इसका सफल रूप से प्रत्यक्षण भी किया गया है. पूरे भारत में लगभग एक लाख 30 हजार किसान इस बीज का उपयोग कर रहे हैं. प्रभाकर चौधरी ने बताया कि यदि हम सिर्फ गुमला जिले की ही बात करें, तो इस जिले में लगभग 120 किसान इस बीज का उपयोग कर रहे हैं. इसकी खेती के लिए ज्यादा पानी की जरूरत नहीं है और फसल भी काफी अच्छा होता है. मौके पर उपक्षेत्रीय प्रबंधक मनीष कुमार, राजकुमार प्रसाद सिन्हा, सुरेश वर्मा, जीतवाहन साहू सहित कई लोग उपस्थित थे.