हनवारा थाना क्षेत्र के कोयला गांव में लगभग 100 वर्षों से चली आ रही मां काली की पूजा इस वर्ष भी श्रद्धा और भक्ति भाव से आयोजित की जा रही है. ग्रामीणों के सहयोग से मंदिर प्रांगण में भव्य प्रतिमा स्थापित कर दीपावली की सुबह पूजा-अर्चना और मेला का आयोजन किया जाता है. पूजा कमेटी के अध्यक्ष अश्विनी सिंह ने बताया कि आयोजन को शांतिपूर्ण और सुव्यवस्थित रूप से संपन्न कराने को लेकर समिति सदस्य व ग्रामीण लगातार विचार-विमर्श कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि यह परंपरा पूर्वजों के समय से जारी है और मां काली की कृपा हमेशा गांव पर बनी रहती है. विनय कुमार ने कहा कि श्रद्धा भाव से मां की आराधना करने पर मां काली मनवांछित फल देती हैं. इस वर्ष पूरे आयोजन की निगरानी सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से की जाएगी. साथ ही समिति सदस्य भी पूजा और मेला स्थल पर निगरानी में रहेंगे, ताकि श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो. मंदिर प्रांगण और मेला स्थल पर कोयला, नरैनी, हनवारा, परसा, कुशमहारा, गढ़ी सियातपुर, बिशनपुर, सुंदरचक, नयानगर, रामकोल व नारायणपुर समेत दर्जनों गांवों से श्रद्धालु पहुंचते हैं. मेला कमेटी के सदस्य शिवम ने बताया कि मेला के साथ-साथ रात्रि में भक्ति जागरण का भी आयोजन किया जाएगा. तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं और ग्रामीण उत्साह के साथ इस ऐतिहासिक परंपरा को निभाने को तैयार हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

